आय के अतिरिक्त स्रोत तैयार करने के 4 तरीके
आपका प्राथमिक वेतन निश्चित रूप से आपकी आय का मुख्य स्रोत होता है। हर कोई इसी तरह से शुरुआत करता है; वास्तव में आपका लक्ष्य आपकी प्राथमिक आय को अधिक से अधिक करने पर होना चाहिए। जिससे कि आपके पास जल्द ही निवेश के लिए पर्याप्त नकद पैसा मौजूद हो जाए। निवेश की गई यही नकद राशि आपके लिए आय का एक अन्य स्रोत तैयार कर सकती है।
अपने प्राथमिक वेतन को बढ़ाने के लिए, जरूरी है कि आप जितना हो सके उतनी अधिक सैलरी वाली जॉब चुनें। इसके साथ ही अपनी सैलरी बढ़ाने के लिए कहें! आपके लिए यह जानना भी महत्वपूर्ण है कि आपका वेतन आपकी क्षमताओं और अनुभव वाले किसी दूसरे व्यक्ति के जितना है या नहीं। अपनी क्षमता के साथ पूर्ण न्याय करने का एक तरीका यह भी है कि एक ऐसी कंपनी को जॉइन करें जो न केवल आपको अधिक प्रतिस्पर्धी वेतन प्रदान करे, साथ ही वेतन हमेशा समय पर देता हो।
ऐसी नौकरी तलाशने की कोशिश करें जो आपको दूसरे अन्य काम करने और आय के अतिरिक्त स्रोत पैदा करने के लिए पर्याप्त समय देता हो। आदर्श रूप से, आपका प्राथमिक वेतन आपके सभी खर्चों को पूरा करने के लिए पर्याप्त होना चाहिए। लेकिन आप पर काम का बोझ उतना अधिक भी न हो कि आप आय के दूसरे स्रोतों पर काम करने के लिए समय ही न निकाल पाएं। आपके महत्वपूर्ण खर्चों को पूरा करने के लिए हेल्थ इंश्योरेंस जैसे लाभ आपकी प्राथमिक नौकरी के साथ जरूर मिलने चाहिए।
यदि आपकी आय, आपके खर्च और बचत सही स्थिति में हैं, तो आप अपने सुकून और आत्मविश्वास के लिए आय के अतिरिक्त स्रोतों की तलाश भी शुरू कर सकती हैं। अधिक कमाई करने के कुछ तरीके यहां दिए गए हैं:
1. एफिलिएट मार्केटिंग
एफिलिएट मार्केटिंग कमीशन से कमाई का एक जरिया है, जिसके तहत आप किसी कंपनी और उद्यम के साथ जुड़कर उनके प्रोडक्ट की बिक्री करते हैं। इसमें आपको अपना समय और पूरी प्रतिबद्धता देने की जरूरत पड़ती है। मान लीजिए, आपके पास क्रिप्टोक्यूरेंसी पर निष्क्रिय आय अपनी टेक वेबसाइट है और एक एंटीवायरस कंपनी के साथ एक एफिलिएट मार्केटर के रूप में जुड़ते हैं। एंटीवायरस सॉफ्टवेयर का प्रचार करते हुए आपको भी अच्छी कमाई करनी चाहिए। खास तौर पर तब, जब आपकी वेबसाइट के पास बड़ी संख्या में विजिटर हों या फिर आपके पास ढेर सारे ईमेल सब्सक्राइबर हों।
इसी प्रकार, मान लीजिए आपका ‘ब्यूटी टिप्स’ पर एक ब्लॉग हो, तो आप पैसे लेकर किसी ब्रांड का प्रचार कर सकते हैं। यहां एकमात्र शर्त यह है कि आप वेबसाइट के ट्रैफिक, ईमेल सेल्स, या सोशल मीडिया के माध्यम से अपने से जुड़े ब्रांड की सेल्स बढ़ाने में सक्षम हों। सोच कर देखें कि यह सब आपके लिए है या नहीं!
2. फ्रीलांस वर्क
फ्रीलांस वर्क उनके लिए उपयुक्त विकल्प क्रिप्टोक्यूरेंसी पर निष्क्रिय आय है जो फुल टाइम या पार्ट टाइम नौकरी करते हुए अपना खुद का व्यवसाय शुरू करना चाहती हैं। यहां बहुत से फ्रीलांस काम मौजूद है जो आप कर सकती है। उदाहरण के लिए, आप अपना खुद का ग्राफिक या वेब डिजाइन बिजनेस शुरू कर सकती हैं। इसके अलावा आप कंटेंट राइटिंग से जुड़ी सर्विस प्रदान कर सकती हैं। यह आपको किसी खास क्षेत्र में अपनी प्रतिभा को तराशने का मौका देता है, साथ ही यह आपकी प्राथमिक नौकरी के साथ आय का एक अच्छा स्रोत भी हो सकता है।
3. निवेश
आप सिस्टेमेटिक इंवेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) में हर महीने एक छोटी सी राशि निवेश कर इसकी शुरुआत कर सकती हैं। मान लीजिए, आप 500 रुपए या 1000 रुपए ही एसआईपी के जरिए क्रिप्टोक्यूरेंसी पर निष्क्रिय आय म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकती हैं। यहां जरूरी बात यह है कि इसमें कोई लॉक-इन-अवधि नहीं होती है। जिसके चलते यह निवेश और भी सुविधाजनक हो जाता है। यहां दूसरे विकल्प भी हैं, जैसे स्टॉक, बॉण्ड, ईएलएसएस इत्यादि। यह आपकी निष्क्रिय आय पर अधिक कमाई करने का एक शानदार तरीका है। यदि आपको वित्तीय मामलों की ज्यादा समझ नहीं है तो आप एक वित्तीय सलाहकार रखने पर भी विचार कर सकती हैं।
4. रियल एस् टेट
जब आप रियल एस्टेट में निवेश करें, उससे पहले आपके पास कैश या कर्ज के रूप में पूंजी अवश्य होनी चाहिए। आप एक प्रॉपर्टी खरीद सकती हैं और बाद में उसे किराए पर दे सकती हैं। इससे आप एक अच्छी रेंटल आय प्राप्त कर सकती हैं। हालांकि, रियल एस्टेट में निवेश से पहले आपको कुछ सावधानी बरतने और नियमों का ध्यान रखने की आवश्यकता होती है। रेंटल इनकम आपकी आय का एक निष्क्रिय स्रोत होती है। यहां जरूरत सिर्फ इस बात की है कि आप रियल एस्टेट क्षेत्र में बाजार की परिस्थितियों और बदलावों के बारे में अवगत हो।
चलते - चलते
वित्तीय स्वतंत्रता की राह पर चलने के लिए निष्क्रिय आय पैदा करना आपका पहला प्रयास होना चाहिए। पैसा कमाने के कई और भी रास्ते हैं जिन पर आपको अधिक ध्यान देने और कड़ी मेहनत करने की जरूरत है, और इनके वित्तीय परिणाम सुखद हो सकते हैं। मुख्य बात यही है कि आप इस तरह के अतिरिक्त स्रोतों की पहचान करते रहें। जब आप उस प्लान के साथ सहज क्रिप्टोक्यूरेंसी पर निष्क्रिय आय हों तभी निवेश करें। इस तरह आप स्वयं एवं अपने परिवार के लिए एक सुरक्षित वित्तीय भविष्य सुनिश्चित कर सकती हैं।
यहां संक्षेप में अहम बात यह है कि, आप अपनी आय के स्रोत में विविधता लाएं। इसके लिए आप एक से अधिक अतिरिक्त आय के स्रोतों को चुनें और फिर देखें किस प्रकार आपकी आय कई गुना बढ़ती है!
कंपनी निश्चित क्रिप्टोक्यूरेंसी पर निष्क्रिय आय क्रिप्टोक्यूरेंसी पर निष्क्रिय आय जमा – क्या वे निवेश करने के लिए सुरक्षित हैं?
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इन दिनों निवेशक अपनी आय बढ़ाने के लिए अनेक विकल्पों में से एक चुन सकते हैं, बैंक निश्चित जमा (एफडी) सबसे सुरक्षित और होशियार विकल्पों में से एक है। निश्चित जमा किसी की अन्यथा निष्क्रिय आय को एक उपकरण में डालने का एक शुरुआती अनुकूल तरीका है जो धीरे-धीरे निवेशक को अपने निवेश पर ब्याज के रूप में निष्क्रिय आय देने के लिए बढ़ेगा। हालांकि, निश्चित जमा का एक और प्रकार है जो निवेशकों को मानक निश्चित जमा की तुलना में अधिक प्रतिफल प्रदान कर सकता है। इसे कंपनी निश्चित जमा कहा जाता है।
कंपनी निश्चित जमा बस कुछ ही वर्षों में काफी लोकप्रिय हो गए हैं। कभी-कभी, वे सार्वजनिक या निजी क्षेत्र के बैंक विकल्पों की तुलना में अधिक आकर्षक विकल्प के रूप में कार्य करते हैं। मुख्य रूप से, कंपनी निश्चित जमा निवेश उनके लिए एक व्यवहार्य विकल्प हैं जो लोग अपने निवेश पर एक उच्च ब्याज अर्जित करना चाहते हैं। हालांकि, इस तथ्य के कारण कि वे उच्च प्रतिफल प्रदान करते हैं, कंपनी एफडी निवेश से जुड़े जोखिम भी अधिक होते हैं। यहां एक कंपनी एफडी की कुछ विशेषताएं दी गई हैं।
एक कंपनी एफडी की विशेषताएं
कुछ महत्वपूर्ण चीजें जो एक मानक निश्चित जमा से कंपनी एफडी को अलग करती हैं, इस प्रकार हैं:
उच्च ब्याज दर: कंपनी निश्चित जमा एक मानक निश्चित जमा की तुलना में एक उच्च ब्याज दर प्रदान करते हैं। यह उन्हें कई निवेशकों के लिए एक आकर्षक निवेश विकल्प बनाता है।
कराधान: टीडीएस या ‘स्रोत में कटौती कर’ कंपनी एफडी पर लागू किया जाता है अगर किसी का अर्जित ब्याज 5000 रुपये पार हो जाता है। बैंक एफडी के मामले में, यह कर केवल तभी काटा जाता है जब अर्जित ब्याज 10,000 रुपये से अधिक हो।
कार्यकाल का लचीलापन: बैंक एफडी के समान, कंपनी निश्चित जमा निवेशकों को उस अवधि के लिए निवेश करने के लिए लचीलापन प्रदान करती है जो उनके लिए सर्वोत्तम है।
कंपनी निश्चित जमा निवेश सुरक्षित हैं?
संक्षिप्त उत्तर: हाँ, लेकिन आपको अपना शोध करने की ज़रूरत है। कंपनी एफडी मानक बैंक निश्चित जमा की तुलना में अधिक जोखिम भरा है। यह कुछ कारणों से है। निवेशकों को संपार्श्विक के रूप में पेश की जाने वाली कंपनी की कोई संपत्ति नहीं है, जिन्होंने अपने पैसे को निश्चित जमा योजना में रखा है। यदि कंपनी चूक जाती है, तो निवेशकों को अपने धन में से कुछ भी वापस नहीं मिल सकता है। किसी के भुगतान पर चूक जाने वाली कंपनी की संभावनाएं और उसके निवेशकों को मूल राशि भी बढ़ जाती है जब कंपनी अपनी संपत्ति को संपार्श्विक के रूप में रखकर सुरक्षित नहीं होती है।
यही कारण है कि जो निवेशक संभावित निवेश के रूप में कंपनी निश्चित जमा पर विचार कर रहे हैं, उन्हें उस कंपनी की उचित पृष्ठभूमि जांच करनी चाहिए जिसके साथ वे एक निश्चित जमा निवेश करना चाहते हैं। चूंकि यह आपका खुद का पैसा है जो किसी कंपनी की ओर जा रहा है, इसलिए आपको एहतियाती उपाय करना चाहिए। अपने निवेश में जल्दी मत करो। कंपनी की पृष्ठभूमि की पूरी तरह से जांच करें। इसमें उनके पिछले वित्तीय प्रदर्शन और ग्राहक सेवा भी शामिल है, उनके सामान्य पृष्ठभूमि और उत्पादों के अलावा। कंपनी के निदेशक के बोर्ड और प्रवर्तकों को देखना एक अच्छा विचार है।
आपको कंपनी के निश्चित जमा की रेटिंग जैसे सुरक्षा उपायों को भी जोड़ना होगा। यह आईसीआरए और सीआरआईएसआईएल जैसे वित्तीय संस्थानों के साथ कंपनी की रेटिंग की जांच करके किया जा सकता है। ये संस्थान कंपनी और उनके एफडी के लिए रेटिंग प्रदान करते हैं जो आपको प्रत्यक्ष अनुमान देते हैं कि कंपनी अपने पूर्व भुगतान के साथ कितनी कुशल रही है। आदर्श रूप में, ‘एएए’ की रेटिंग इंगित करती है कि कंपनी के साथ निवेश शायद सुरक्षित है। जैसे-जैसे रेटिंग कम हो जाती है, जोखिम बढ़ता है, इसलिए सावधानी के साथ चलें।
यदि आप एएए रेटिंग के बिना किसी कंपनी में निवेश करने के लिए आश्वस्त हैं, तो छोटे-अवधि की एफडी पर विचार करें। यह वित्तीय विशेषज्ञों द्वारा हानि की क्षमता को कम करने के साधन के रूप में दी गई सलाह है। यदि कंपनी कम प्रदर्शन करती है, तो आप हमेशा निवेश करने के लिए एक और कंपनी चुन सकते हैं। यदि आप एक दीर्घकालिक कंपनी एफडी का चयन करते हैं तो आप एक कम प्रदर्शन करने वाली कंपनी के साथ फंस सकते हैं जो आपको आपका ब्याज और मूल राशि का भुगतान नहीं कर रहा है। अगर उस कंपनी को दिवालिया जाना था, तो आप एक बड़ा निवेश खो देंगे।
अंत में, कंपनी निश्चित जमा जोखिम भरा निवेश हैं। वे निवेशकों के लिए वापसी की एक उच्च दर प्रदान करते हैं लेकिन कोई संपार्श्विक प्रदान नहीं करते हैं और अगर कंपनी का प्रदर्शन खराब हो तो नुकसान में बदल सकते हैं। जोखिम को कम करने के लिए निवेशक अपनी कंपनी एफडी के बारे में सावधान रह सकते हैं जिसके कई तरीके हैं। इसमें कंपनी की पृष्ठभूमि जांच करना और क्रिसिल और आईसीआरए जैसे सम्मानित स्रोतों पर इसकी रेटिंग देखना शामिल है। किसी भी निवेश के साथ, कंपनी निश्चित जमा के लिए जाने से पहले, किसी भी नीति दस्तावेज को ध्यान से देखें। इसमें आपका आवेदन पत्र, आपकी जमा राशि से संबंधित कोई भी जानकारी, और कंपनी की तरफ से वित्तीय विवरण शामिल है।
Cryptocurrency: क्रिप्टोकरेंसी पर सरकार जल्द से जल्द फैसला लेने के मूड में, पीएम ने की बैठक; जानें क्या हुआ
सरकार इस तथ्य से अवगत है कि क्रिप्टो (Cryptocurrency) एक विकसित तकनीक है, इसलिए सरकार इस पर कड़ी नजर रखेगी और सक्रिय कदम उठाएगी। सरकार द्वारा इस क्षेत्र में उठाए गए कदम प्रगतिशील और दूरंदेशी होंगे।
हाइलाइट्स
- बैठक एक परामर्श प्रक्रिया का भी परिणाम
- क्रिप्टोकरेंसी पर वैश्विक उदाहरणों और सर्वोत्तम प्रैक्टिसेज पर भी किया गया गौर
- अनियमित क्रिप्टो बाजारों को नहीं बनने दिया जा सकता मनी लॉन्ड्रिंग और टेरर फाइनेंसिंग के लिए रास्ता
नई दिल्ली
देश में क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) को लेकर क्रेज और निवेश बढ़ रहा है। इससे सरकार भी वाकिफ है और इसलिए क्रिप्टो ट्रेड पर जल्द से जल्द किसी निष्कर्ष पर पहुंचने की कोशिश में है। क्रिप्टोकरेंसी और संबंधित मुद्दों पर आगे बढ़ने के लिए शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक व्यापक बैठक की। यह जानकारी आधिकारिक सूत्रों से प्राप्त हुई है।
यह बैठक एक परामर्श प्रक्रिया का भी परिणाम थी क्योंकि आरबीआई, वित्त मंत्रालय, गृह मंत्रालय ने क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग पर विस्तृत चर्चा की है। साथ ही देश और दुनिया भर के विशेषज्ञों से भी परामर्श किया है। क्रिप्टोकरेंसी पर वैश्विक उदाहरणों और सर्वोत्तम प्रैक्टिसेज पर भी गौर किया गया है।
गुमराह करने वाले विज्ञापनों पर लगे लगाम
सूत्रों का कहना है कि पीएम की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह दृढ़ता से महसूस किया गया कि ओवर प्रॉमिसिंग और गैर-पारदर्शी विज्ञापन के माध्यम से युवाओं को गुमराह करने के प्रयासों को रोका जाना चाहिए। यह भी चर्चा की गई कि अनियमित क्रिप्टो बाजारों को मनी लॉन्ड्रिंग और टेरर फाइनेंसिंग के लिए रास्ता नहीं बनने दिया जा सकता। सरकार इस तथ्य से अवगत है कि क्रिप्टो एक विकसित तकनीक है, इसलिए सरकार इस पर कड़ी नजर रखेगी और सक्रिय कदम उठाएगी। मीटिंग में इस बात पर भी सहमति थी कि सरकार द्वारा इस क्षेत्र में उठाए गए कदम प्रगतिशील और दूरंदेशी होंगे। सरकार विशेषज्ञों और अन्य हितधारकों के साथ सक्रिय रूप से जुड़ना जारी रखेगी।
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वैश्विक भागीदारी की भी होगी जरूरत
चूंकि क्रिप्टोकरेंसी किसी एक देश की सीमा या नागरिकों तक सीमित नहीं है बल्कि यह मुद्दा अलग-अलग देशों और नागरिकों से ताल्लुक रखता है, इसलिए बैठक में क्रिप्टोक्यूरेंसी पर निष्क्रिय आय यह महसूस किया गया कि इसके लिए वैश्विक भागीदारी और सामूहिक रणनीतियों की भी आवश्यकता होगी।
डिजिटल करेंसी में निवेश: फाइनेंशियल एसेट्स के रूप में आ सकती है क्रिप्टोकरेंसी, सरकार कर रही है विचार
भारत सरकार छोटे निवेशकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए क्रिप्टोकरेंसी को वित्तीय संपत्ति (financial asset) के रूप में मानने के प्रस्ताव पर विचार कर रही है। इसकी चर्चा तब छिड़ी हुई है, जब इससे जुड़े बिल को अंतिम रूप देने के लिए अधिकारियों की भागदौड़ जारी है।
संसद सत्र में आ सकता है बिल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार 29 नवंबर से शुरू होने वाले संसद के सत्र में इस बिल (क्रिप्टोकरेंसी एंड रेगुलेशन ऑफ ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बिल) को पेश करना चाहती है। इस मामले के जानकारों का कहना है कि नए कानून के जरिए डिजिटल करेंसीज में निवेश की एक न्यूनतम सीमा तय की जा सकती है। जबकि लीगल टेंडर के रूप में उनके उपयोग पर प्रतिबंध लग सकता है। हालांकि इस पर कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है।
मंगलवार देर रात संसद की वेबसाइट पर बिल की डिटेल्स पोस्ट की गई। इसके मुताबिक कुछ अपवादों को छोड़कर सभी निजी क्रिप्टोकरेंसी को प्रतिबंधित करने का प्रस्ताव भी इस बिल के माध्यम से लाया जा सकता है।
राजन ने कहा, एक-दो करेंसी ही रह पाएंगी
उधर, रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर डॉ. रघुराम राजन ने एक चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि कुल 6 हजार क्रिप्टोकरेंसी हैं, पर हमारा मानना है कि इसमें से एक या दो करेंसी ही रह पाएंगी। बाकी सब नष्ट हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि ज्यादातर करेंसीज में एक बबल यानी बुलबुला का दौर है। उन्होंने कहा कि क्रिप्टो की करेंसीज चिटफंड के जैसे समस्या पैदा कर सकती हैं। चिटफंड लोगों से पैसे लेते हैं और फिर यह धराशायी हो जाते हैं।
कीमतों में आई भारी गिरावट
क्रिप्टोकरेंसी पर अनिश्चितता की वजह से बुधवार को इसकी सारी करेंसीज की कीमतों में भारी गिरावट दिखी। शिबा इनू से लेकर डागकॉइन के भाव लुढ़क गए। इन करेंसीज में 20% की गिरावट देखी गई। शिबा इनू इसलिए चर्चित है क्योंकि इसकी कीमतें एक-एक दिन में 1-1 हजार गुना बढ़ती हैं। हालांकि क्रिप्टोकरेंसी में सबसे लोकप्रिय बिटकॉइन है। बिटकॉइन आज 18% टूटी है। दो हफ्ते में इसका भाव 38% के करीब गिर गया है। नवंबर के पहले हफ्ते में इसकी कीमत 68 हजार डॉलर को पार कर गई थी।
RBI डिजिटल करेंसी पर बैन चाहता है
RBI चाहता है कि डिजिटल करेंसी पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगे, क्योंकि यह देश की मैक्रोइकोनॉमिक और फाइनेंशियल स्थिरता पर असर डाल सकती है। रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने पिछले हफ्ते कहा था कि देश में इस मुद्दे पर एक गहन चर्चा की जरूरत है। दूसरी ओर, सरकार क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली कमाई पर टैक्स लगाने की सोच रही है। अगले साल पेश होने वाले बजट में इस पर नियम लाया जा सकता है।
PMO सक्रिय रूप से देख रहा मामला
सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) इस मामले को सक्रिय रूप से देख रहा है। जब इससे संबंधित बिल का कंटेंट फाइनल हो जाएगा, तब इसे कैबिनेट में मंजूरी के लिए लाया जा सकता है। इससे पहले इसी महीने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक मीटिंग रिजर्व बैंक और अन्य अधिकारियों के साथ की थी। उन्होंने सिडनी डायलॉग में कहा था कि क्रिप्टोकरेंसी गलत हाथों में नहीं जानी चाहिए। इससे युवा बर्बाद हो सकते हैं। साथ ही इसका उपयोग आतंकी फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग के लिए भी नहीं होना चाहिए।
RBI ने 2 नवंबर को की थी मीटिंग
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 2 नवंबर को क्रिप्टोकरेंसी कारोबार से जुड़े अहम लोगों के साथ मीटिंग की थी। इसके बाद केंद्र सरकार ने भी RBI और दूसरी एजेंसियों के साथ इस बारे में बैठक की। PM ने इसे लेकर फाइनेंस मंत्रालय, RBI और गृह मंत्रालय के साथ बैठक की। इसमें मोदी ने साफ तौर पर पूछा कि क्रिप्टोकरेंसी को रेगुलराइज करने के लिए कौन से कदम उठाए गए हैं।
Budget 2022: क्रिप्टोकरेंसी पर बजट में बड़ा ऐलान, निवेशकों को कमाई पर 30 फीसदी टैक्स देना होगा
वित्त क्रिप्टोक्यूरेंसी पर निष्क्रिय आय मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में ऐलान किया है कि क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली कमाई पर 30 फीसदी की दर से कर देना होगा।
Edited by: India TV Paisa Desk
Updated on: February 01, 2022 12:55 IST
Photo:FILE
Highlights
- क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली कमाई पर 30 फीसदी की दर से कर देना होगा
- अभी तक इस पर कोई कानून नहीं होने से निवेशकों पर टैक्स नहीं था
- बजट में सरकार क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली आय पर टैक्स को लेकर स्पष्ट निर्देश दिया
नई दिल्ली। बजट में क्रिप्टोकरेंसी पर बड़ा ऐलान किया गया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में ऐलान किया है कि क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली कमाई पर 30 फीसदी की दर से कर देना होगा। अभी तक इस पर कोई कानून नहीं होने से निवेशकों पर टैक्स का बोझ नहीं था। ऐसे में माना जा रहा है कि क्रिप्टो पर पूरी तरह से बैन लागाने का कोई योजना सरकार की नहीं है। हालांकि, अब कमाई पर मोटा टैक्स देना होगा।
वहीं, क्रिप्टो इंडस्ट्री को उम्मीद थी कि इस बजट में सरकार क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली आय पर टैक्स को लेकर स्पष्ट निर्देश दिया जाएगा। वित्त मंत्री ने उस दिशा में बड़ा कदम उठाया है। इससे आने वाले दिनों में क्रिप्टो करेंसी क्षेत्र में पारदर्शिता बढ़ेगी जो निवेशकों के लिए बेहतर होगा। सरकार की योजना थी कि क्रिप्टोकरेंसी पर विधेयक 'द क्रिप्टोकरेंसी एंड रेगुलेशन ऑफ ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बिल, 2021' संसद के शीतकालीन सत्र में पेश किया जाए लेकिन यह नहीं आ सका था।
क्रिप्टो इंडस्ट्री का खिलाड़ी बन सकता है भारत
विशेषज्ञों का कहना है कि भारत में क्रिप्टो इंडस्ट्री ने बेमिसाल तरक्की की है। अगर हम इसे भुनाने में कामयाब हो गए तो क्रिप्टो इंडस्ट्री के मामले में भारत पूरी दुनिया में सबसे आगे होगा। देश में स्टार्टअप प्रोजेक्ट लगातार तरक्की कर रहे हैं, जिनकी मदद से भारत क्रिप्टो मार्केट का बड़ा खिलाड़ी बन सकता है।
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