क्या आपकी कोई कीमत है? || Best Motivtional story in Hindi Reviewed by Motivational Keeda on October 17, 2022 Rating: 5

महिंद्रा स्कॉर्पियो क्लासिक

महिंद्रा स्कॉर्पियो क्लासिक 7 सीटर एसयूवी है। जिसकी प्राइस ₹ 11.99 - 15.49 लाख है। यह 4 वेरिएंट, 2184 cc इंजन विकल्प और 1 ट्रैंस्मिशन विकल्प: मैनुअल में उपलब्ध है। स्कॉर्पियो क्लासिक के अन्य प्रमुख विशेषताओं में 209 mm का ग्राउंड क्लियरेंस शामिल है। स्कॉर्पियो क्लासिक 5 रंगों में उपलब्ध है। स्कॉर्पियो क्लासिक का माइलेज 15 किमी प्रति लीटर है।

Bid-Ask Spread क्या है? हिंदी में

Bid-ask Spread तत्काल बिक्री के लिए उद्धृत कीमतों और stocks, futures contracts, options, या currency pairs के लिए तत्काल खरीद के बीच का अंतर है। एक सुरक्षा में बिड-आस्क स्प्रेड का size market की तरलता और लेनदेन लागत के आकार का एक उपाय है।

बिड-आस्क स्प्रेड क्या है? हिंदी में [What is Bid-Ask Spread? In Hindi]

एक शेयर की कीमत किसी भी समय बाजार के मूल्य की समझ है और विशेष है। बोली और कीमत पूछना क्या है प्रत्येक बाजार सौदे में "bid" और "ask" क्यों है, इसका कारण समझने के लिए, दो मुख्य खिलाड़ी होने चाहिए, अर्थात् मूल्य लेने वाला (व्यापारी) और बाजार निर्माता (प्रतिपक्ष)।

बिड-आस्क स्प्रेड का उपयोग किसी दिए गए कमोडिटी की आपूर्ति और मांग के माप के रूप में किया जा सकता है। चूंकि बोली को मांग का प्रतिनिधित्व करने के लिए कहा जा सकता है और किसी वस्तु के लिए आपूर्ति का प्रतिनिधित्व करने की पेशकश, यह संभव हो सकता है कि बाजार की कार्रवाई आपूर्ति और मांग में बदलाव का प्रतिनिधित्व करती है क्योंकि ये दोनों कीमतें और अलग हो जाती हैं।

"ऑफ़र्स" और "आस्क्स" की गहराई का बिड-आस्क स्प्रेड पर एक बड़ा प्रभाव हो सकता है। यदि कम प्रतिभागी सुरक्षा खरीदने के बोली और कीमत पूछना क्या है लिए सीमा आदेश देते हैं (इस प्रकार कम बोली मूल्य उत्पन्न करते हैं) या यदि कम विक्रेता बेचने के लिए सीमित आदेश देते हैं तो प्रसार (Spread) काफी व्यापक हो सकता है। जैसे, एक खरीद सीमा आदेश देते समय बोली-पूछने को ध्यान में रखते हुए यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि इसे सफलतापूर्वक निष्पादित किया गया है।

'बोली-आस्क स्प्रेड' की परिभाषा [Definition of "Bid-Ask Spread" In Hindi]

बिड-आस्क स्प्रेड आमतौर पर किसी सिक्योरिटी के आस्क (ऑफ़र/सेल) कीमत और बिड (खरीद/खरीद) कीमत के बीच का अंतर है। आस्क प्राइस वह मूल्य बिंदु है जिस पर विक्रेता बेचने के लिए तैयार होता है और बोली मूल्य वह बिंदु होता है जिस पर खरीदार खरीदने के लिए तैयार होता है। जब बाज़ार में दो मूल्य बिंदु मेल खाते हैं, अर्थात जब एक खरीदार और विक्रेता एक-दूसरे द्वारा दी जा रही कीमतों के लिए सहमत होते हैं, तो एक व्यापार होता है। ये कीमतें दो बाजार शक्तियों द्वारा निर्धारित की जाती हैं - मांग और आपूर्ति, बोली और कीमत पूछना क्या है और इन दोनों ताकतों के बीच का अंतर खरीद-बिक्री की कीमतों के बीच के प्रसार को परिभाषित करता है। जितना बड़ा फासला, उतना बड़ा फैलाव! बिड-आस्क स्प्रेड को निरपेक्ष और प्रतिशत के रूप में व्यक्त किया जा सकता है। जब बाजार अत्यधिक तरल होता है, तो प्रसार मूल्य बहुत छोटा हो सकता है, लेकिन जब बाजार तरल या कम तरल होता है, तो वे बड़े हो सकते हैं। Arbitrage क्या है?

Bid-Ask Spread क्या है? हिंदी में

बिड-आस्क स्प्रेड के उच्च होने का क्या कारण है? [What causes the bid-ask spread to be high?] [In Hindi]

बिड-आस्क स्प्रेड, जिसे स्प्रेड के रूप में भी जाना जाता है, कई कारकों के कारण अधिक हो सकता है। सबसे पहले, तरलता एक प्राथमिक भूमिका निभाती है। जब किसी सुरक्षा के लिए दिए गए बाजार में पर्याप्त मात्रा में तरलता होती है, तो प्रसार सख्त (Spread hardening) होगा। जिन शेयरों का भारी कारोबार होता है, जैसे कि Google, Apple और Microsoft में एक छोटा बिड-आस्क स्प्रेड होगा।

इसके विपरीत, एक बिड-आस्क स्प्रेड किसी दिन अज्ञात, या अलोकप्रिय प्रतिभूतियों के लिए उच्च हो सकता है। इनमें स्मॉल-कैप स्टॉक शामिल हो सकते हैं, जिनमें ट्रेडिंग वॉल्यूम कम हो सकता है, और निवेशकों के बीच निम्न स्तर (low level) की मांग हो सकती है।

स्टॉक्स में बिड-आस्क स्प्रेड का उदाहरण क्या है? [What is an example of a bid-ask spread in a stock?]

निम्नलिखित उदाहरण पर विचार करें जहां एक व्यापारी Rs 50 के लिए Apple के 100 शेयर खरीदना चाहता है। व्यापारी देखता है कि बाजार में Rs 50.05 पर 100 शेयरों की पेशकश की जा रही है। यहां, Spread Rs. 50.00 - Rs.50.05, या Rs.0.05 चौड़ा होगा। हालांकि यह Spread छोटा या महत्वहीन लग सकता है, बड़े ट्रेडों पर, बोली और कीमत पूछना क्या है यह एक सार्थक अंतर पैदा कर सकता है, यही वजह है कि संकीर्ण (narrow) फैलाव आमतौर पर अधिक आदर्श होते हैं। इस उदाहरण में, बिड-आस्क स्प्रेड का कुल मूल्य 100 शेयरों x Rs.0.05, या Rs.5 के बराबर होगा।

नीरज चोपड़ा का सोना जीतने वाले भाले की बोली पहुंची 10 करोड़, जानिए टोक्यो ओलंपिक के खिलाड़ियों के क्या-क्या सामान हैं नीलामी में

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को मिले उपहारों का ई-ऑक्शन किया जा रहा है. इसमें नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) के टोक्यो ओलंपिक में सोना जीतने वाले भाले की बोली 10 करोड़ पहुंच चुकी है.

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नीरज चोपड़ा का सोना जीतने वाले भाले की बोली पहुंची 10 करोड़, जानिए टोक्यो ओलंपिक के खिलाड़ियों के क्या-क्या सामान हैं नीलामी में

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के जन्मदिन से पीएम को मिले उपहारों का ई-ऑक्शन (PM Modi Gifts E Auction) किया जा रहा है. इसमें नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) के टोक्यो ओलंपिक में सोना जीतने वाले भाले की बोली 10 करोड़ तक पहुंच चुकी है. ई-ऑक्शन में 1330 स्मृति चिन्हों की बोली लगाई जा रही है. जिसमें टोक्यो ओलंपिक 2020 (Tokyo Olympics 2020) और टोक्यो पैरालंपिक 2020 (Tokyo Paralympics 2020) के विजेताओं द्वारा प्रधानमंत्री को दिए गए उपहार भी शामिल हैं. ई-ऑक्शन 7 अक्टूबर तक चलेगा. यह आयोजन केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय द्वारा किया जा रहा है.

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टोक्यो ओलंपिक में भारत को गोल्ड दिलाने वाले नीरज चोपड़ा के जेवलिन का आधार मूल्य एक करोड़ रुपये रखा गया था, एक ही दिन में उसकी बोली 10 करोड़ तक पहुंच चुकी है. वहीं टोक्यो पैरालंपिक में जेवलिन थ्रो में गोल्ड अपने नाम करने वाले सुनील अंतिल के जेवलिन की बोली 3 करोड़ तक पहुंच चुकी है. अंतिल के भाले का बेस प्राइस भी एक करोड़ ही रखा गया था. दोनों खिलाड़ियों ने इन्हीं भालों से गोल्ड मेडल अपने नाम किया था.

साथ ही टोक्यो ओलंपिक में भारत के लिए कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय बॉक्सर लवलीना बोरगोहेन के बॉक्सिंग ग्लव्ज की कीमत 10 करोड़ तक पहुंच गई हैं. नीले रंग के इन ग्लव्ज की शुरुआती कीमत 80 लाख रुपये रखी गई थी. इस पर उनके हस्ताक्षर भी हैं.

इसके साथ ही टोक्यो ओलंपिक में बैडमिंटन में कांस्य पदक विजेता पीवी सिंधु के बैडमिंटन और बैडमिंटन बैग की कीमत 2 करोड़ 20 हजार रुपये तक पहुंच चुकी है, जबकि आधार मूल्य 80 लाख रुपये था.

भारतीय महिला हॉकी टीम की हॉकी पर भी लोग जमकर बोली लगा रहे हैं. हॉकी पर महिला हॉकी टीम की खिलाड़ियों के हस्ताक्षर हैं. इसका आधार मूल्य 80 लाख रुपये था, जिसकी कीमत अब बढ़कर 1 करोड़ 500 रुपये हो चुकी है. महिला हॉकी टीम टोक्यो ओलंपिक में चौथे स्थान पर रही थी.

बता दें कि व्यक्ति या संगठन 17 सितंबर से 7 अक्टूबर, 2021 के बीच होने वाली ई नीलामी में भाग ले सकता है. इससे प्राप्त होने वाली राशि को गंगा नदी के संरक्षण के लिए नमामि गंगे अभियान को प्रदान किया जाएगा.

क्या आपकी कोई कीमत है? || Best Motivtional story in Hindi

क्या आपकी कोई कीमत है? || Best Motivtional story in Hindi

क्या आपकी कोई कीमत है? || Best Motivtional story in Hindi

क्या आपकी कोई कीमत है? || Best Motivtional story in Hindi

जिंदगी में मेरी क्या वैल्यू है तो इस कहानी को पढ़ने के बाद आपको इसका उत्तर जरुर मिलेगा तो आपका ज्यादा वक्त ना लेते हुए इस कहानी को शुरू करता हूं

आप मुझसे बहस ना करे लेकिन पूरी कहानी सुनने के बाद आपको लगे कि कहानी अच्छी नही है toh
comment में जो आपका मन करे वो लिख देना. अब मैं शुरू करता हूं.बोली और कीमत पूछना क्या है

प्रार्थना करते करते वह रो रहा था और उसने कहा कि मेरी जिंदगी में कोई कदर नहीं है मेरी जिंदगी में कोई वैल्यू नहीं है मेरा बुरा वक्त चल रहा है कृपया मुझे कोई रास्ता दिखाएं तो भगवान ने उसकी सुन ली और उसको एक पत्थर दिया लाल चमकदार

जी हां लाल चमकदार पत्थर भगवान ने कहा कि जाओ और इस पत्थर की कीमत पता करके आओ लेकिन तुम इस पत्थर को बेच नही सकते.

फल वाले ने कहा कि मैं इसके बदले में आपको सिर्फ एक दर्जन आम ही दे सकता हूं आगे चला गया आगे जाकर को एक सब्जी मंडी में पहुंचा

सब्जी मंडी के थोक विक्रेता की दुकान पर वह पहुंचा तो उसने कहा यह पत्थर कितने का है उस विक्रेता ने उस पत्थर को ध्यान से देखा और कहा कि इस पत्थर की एवज में मैं तुम्हें एक बोरी आलू दे सकता तो भक्त ने कहा यानी कि आपकी नजर में इस पत्थर की कीमत एक बोली आलू के बराबर है सब्जी वाले ने कहा बिल्कुल

भक्त बोला लेकिन मैं इस पत्थर को बेच नहीं सकता

सुनार ने फिर अंततः जवाब दिया कि यह पत्थर मैं 10000000 रुपए में खरीद सकता हूं यानी कि मेरे लिए इस पत्थर की कीमत ₹10000000 है

सुनार ने कहा कि मैं तुम्हें इस पत्थर के दो करोड़ रुपए दे सकता हूं

अब वह हीरे के बहुत बड़े व्यापारी के पास जाता है और उस पत्थर की कीमत पता करता है

हीरे का व्यापारी उस पत्थर को देखता है और आधे घंटे तक उस पत्थर को वह देखता रहता है उससे पूछता है कि यह पत्थर तुम्हें कहां से मिला

भक्त बोला कि पहले आप मुझे बताओ कि इसकी कीमत क्या है हीरे का व्यापारी कहता है कि इसकी मैं क्या कीमत बताओ जो बेशकीमती है यह एक बहुत मूल्यवान रत्न है जिसकी अभी तक कोई कीमत नही है

इसका कोई कोई मूल्य नहीं है वह उस लाल चमकदार पत्थर को नमन करता है और लाल कपड़े में रखता है और वापस वही बात कहता है कि इसकी कोई कीमत नहीं है यह बेशकीमती हीरा है इस दुनिया में जितने भी हीरे हैं उन सब में कीमती रत्न है

कि मेरी जिंदगी की क्या कीमत है तो भगवान ने उसे कहा कि तुम गए थे एक फल वाले के लिए इस पत्थर की कीमत अलग थी एक सब्जी वाले के लिए इस पत्थर की कीमत अलग थी और सुनार के लिए पत्थर की कीमत अलग थी और हीरे के व्यापारी के लिए पत्थर की कीमत अलग थी

और अपने आप को संभालना है अपने आप को बेहतर करते जाना है जैसे-जैसे तुम हीरे को बेचने के लिए आगे बढ़े

वैसे वैसे तुम्हें खुद को संवारने के लिए आगे बढ़ते जाना है जिस दिन तुम हीरे के व्यापारी के संपर्क में आ जाओगे उस दिन तुम्हारे अंदर का टैलेंट पहचान लिया जाएगा उसी दिन तुम्हें वह अपॉर्चुनिटी मिल जाएगी या तुम्हें वह अवसर मिल जाएगा जिसकी तुम्हें तलाश है

तुम सही इंसान के संपर्क में तुम आ जाओगे उस दिन तुम्हारा भाग्य चमक जाएगा लेकिन इसके लिए तुम्हें हर दिन प्रयास करना होगा हर दिन आगे बढ़ते रहना होगा

अंततः मैं आपसे विदा लेता हूं और मुझे पूरी उम्मीद है कि यह कहानी आपकी जिंदगी को बदल सकती है और इस कहानी से आपको भी काफी अच्छी लर्निंग मिली होगी

सफलता के लिए परेशान है.

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क्या आपकी कोई कीमत है? || Best Motivtional story in Hindi

क्या बोली और कीमत पूछना क्या है आपकी कोई कीमत है? || Best Motivtional story in Hindi Reviewed by Motivational Keeda on October 17, 2022 Rating: 5

घर से आ रही थी बदबू, पत्नी बोली- चूहा मर गया है, खुदाई करने के बाद दंग रह गई पुलिस.

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इस बीच गुरविंदर को घर के एक कमरे से बदबू आने पर शक हुआ। पत्नी बोली- चूहा मर गया है, खोदाई की बोली और कीमत पूछना क्या है तो निकली पति की लाश गुरविंदर ने पूछा तो शिल्पी ने चूहा मर जाने की बात कही। शक बढ़ने पर गुरविंदर ने मामले की सूचना पुलिस को दे दी।

पुलिस पहुंची और शव को बाहर निकाला

पूछताछ में शिल्पी ने बताया कि झगड़ा होने के बाद गोविंद ने फंदे से लटककर जान दे दी थी। उसने घबराकर शव उतारकर जमीन में दफना दिया था।

इसके बाद ऊपर से बक्सा और अन्य सामान रख दिया। पुलिस को शक है कि पत्नी शिल्पी ने ही गोविंद की हत्या कर शव दफना दिया है।

इस मामले में सीओ जलालाबाद मस्सा सिंह ने बताया कि शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। पत्नी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। जल्द मामले का खुलासा कर दिया जाएगा।

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