"Crypto-jacking" attacks have become a growing problem in the cybersecurity industry, affecting both consumers and organisations. (Reuters)

Cryptocurrency News: क्रिप्टोकरेंसी पर सरकार लेगी 30 फीसदी टैक्स, निवेश से पहले जरूर जान लें ये बड़ी बातें

क्रिप्टो करेंसी में ऑनलाइन इन्वेस्ट किया जाता है, जिसमें ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाता है. बिटकॉइन भी एक तरह की क्रिप्टो करेंसी है.

By: नीतू झा | Updated at : 01 Feb 2022 07:09 PM (IST)

Cryptocurrency News: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज देश का सालाना बजट पेश किया. इस बजट को पेश करते हुए वित्त मंत्री ने बताया की जल्द ही आम लोगों के बीच डिजिटल रुपया भी पेश होने वाला है. इसके साथ सरकार क्रिप्टो करेंसी पर 30 फीसदी टैक्स भी लेगी. अगर आप भी क्रिप्टो करेंसी का इस्तेमाल करते हैं और इसमें निवेश करने वाले हैं तो आपको यह खबर आपके काम की हो बिटकॉइन का इस्तेमाल कहाँ और क्यों किया जाता है? सकती है.

क्या है डिजिटल करेंसी
सबसे पहले बात करते हैं डिजिटल करेंसी की, दरअसल वित्त मंत्री ने कहा की डिजिटल करेंसी आने से फिलहाल जो करेंसी मैनेजमेंट का सिस्टम है वो काफी आसान और सस्ता हो जाएगा. क्रिप्टो करेंसी निवेश को लेकर अर्थशास्त्री आकाश जिंदल ने बताया कि दुनिया में क्रिप्टोकरेंसी में इसे एसेट की तरह माना जाता बिटकॉइन का इस्तेमाल कहाँ और क्यों किया जाता है? है. वहीं कई देश में ये बैन भी है और कुछ ऐसे भी देश है जहां इसे करेंसी की तरह इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन ये एक ऐसा इन्वेस्टमेंट मार्केट है जहां इन्वेस्टर को मोटी कमाई होती है. यही वजह है की लोगों के बीच इसका क्रेज बढ़ गया है लेकिन इसमें रिस्क भी काफी ज्यादा है क्योंकि किसी बैंक की तरह यहां कोई रेगुलेटरी बॉडी नहीं है, इसलिए आपको इसमें इन्वेस्ट करने से पहले कुछ चीजों का ध्यान रखना चाहिए.

इन्वेस्ट करने से पहले किन चीजों का रखे ध्यान
आकाश जिंदल के मुताबिक क्रिप्टो करेंसी में ऑनलाइन इन्वेस्ट किया जाता है, जिसमें ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाता है. बिटकॉइन भी एक तरह की क्रिप्टो करेंसी है. अगर बिटकॉइन का इस्तेमाल कहाँ और क्यों किया जाता है? आप क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने वाले है तो पहले रिसर्च ठीक से करें, क्योंकि यहां ठगी भी आम बात है. ये लोगों के लिए नया है. क्रिप्टो करेंसी में फ्लैक्चुएशन है इसलिए युवाओं को अपना पूरा पैसे इसमें इन्वेस्ट नहीं करना चाहिए, क्योंकि इसमें आपके पैसों का उतार चढ़ाव जो जाता है. हो सकता है उसकी कीमत बढ़ जाए लेकिन ये कम भी हो सकता है.

क्रिप्टोकरेंसी को या तो ऑनलाइन या ऑफलाइन वॉलेट में रखा जाता है. अगर बात नए इन्वेस्टर की करें तो उनके लिए ऑनलाइन वॉलेट अच्छा ऑप्शन माना जाता है, लेकिन फिर भी इन्वेस्टर को इस्तेमाल से पहले वॉलेट को समझना चाहिए. क्रिप्टो करेंसी का इस्तेमाल करते वक्त सारे पैसे अपने मोबाइल वॉलेट में स्टोर ना करें क्योंकि कई बार यह आसानी से हैक भी हो जाते हैं ऐसे में आप अपने सारे पैसे एक बार में गंवा बैठेंगे.

टैक्स भरने की रखे पूरी जानकारी
इसको लेकर अर्थशास्त्री आकाश जिंदल ने कहा कि सरकार अब क्रिप्टो करेंसी पर 30 फीसदी टैक्स लेने वाली है. इससे सरकार को फायदा होगा बिटकॉइन का इस्तेमाल कहाँ और क्यों किया जाता है? और लोगों को भी टैक्स भरना चाहिए क्योंकि वो अगर वह भारत में रहते हैं और क्रिप्टो करेंसी के जरिए मोटी कमाई कर रहे हैं तो उनका फर्ज बनता है कि वह भारत की सरकार को टैक्स जरूर दें.

क्रिप्टोकरेंसी का बनाया जाए रेगुलेशन बोर्ड
क्रिप्टोकरेंसी के बारे में जानकारी देते हुए अर्थशास्त्री आकाश जिंदल ने कहा ऐसी जगहों पर निवेश करने में युवा बहुत उत्सुकता दिखाते हैं आपको शायद पता ना हो कि भारत क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्ट करने वाला दूसरे देश का नंबर है. क्रिप्टो करेंसी रेगुलेटरी बॉडी नहीं है. जैसे आसान भाषा में अगर आप 100 रुपये का इस्तेमाल कर रहे हैं तो उस पर लिखा होता है कि मैं धारक को 100 रुपये अदा करने का वचन देता हूं लेकिन क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया में कोई भी रेगुलेटरी बॉडी नहीं है. क्योंकि जानकारी पूरी नहीं होने की वजह से कई लोगों के साथ फ्रॉड भी हुआ है.

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Published at : 01 Feb 2022 07:09 PM (IST) Tags: Nirmala Sitharaman Cryptocurrency Bitcoin हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: News in Hindi

क्या है बिटकॉइन जिसकी कीमत आसमान छू रही है

क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन की कीमत बुधवार को पहली बार 20 हजार डॉलर के पार चली गई है. आखिर क्या है ये करेंसी और कैसे काम करती है. दुनिया भर में कभी यह कुख्यात भी हई थी.

तीन साल पहले यही वो वक्त था जब पहली बार अमेरिकी शेयर बाजार वॉल स्ट्रीट में इसके कारोबार को मंजूरी मिली और तब इसकी कीमत आसमान पर पहुंच गई. बीच में काफी बुरा हाल देखने के बाद इसकी कीमत नई ऊंचाइयों को छू रही है.

अनिश्चितता के दौर में पैसा सुरक्षित रखने के दूसरे तरीकों की तरह ही बिटकॉइन को भी कोरोना महामारी से काफी फायदा हुआ है. सोना, चांदी, प्लैटिनम की कीमत इस दौर में कई गुना बढ़ी है और बिटकॉइन भी इसमें शामिल हो गया है. बिटकॉइन की खास संरचना के कारण अब और बिटकॉइन ज्यादा संख्या में नहीं बन पा रहा है ऐसे में जो बिटकॉइन हैं उनका कारोबार तेज हो गया है.

बिटकॉइन कैसे काम करता है

बिटकॉइन एक डिजिटल मुद्रा है. यह किसी बैंक या सरकार से नहीं जुड़ी है और इसे बिना पहचान जाहिर किए खर्च किया जा सकता है. बिटकॉइन के इन सिक्कों को यूजर बनाते हैं. इसके लिए उन्हें इनको "माइन" करना पड़ता है. "माइन" के लिए उन्हें गणना करने की क्षमता देनी होती है और इसके बदले में उन्हें बिटकॉइन मिलते हैं. बिटकॉइन के सिक्कों को शेयर बाजारों में अमेरिकी डॉलर और दूसरी मुद्राओं के बदले खरीदा भी जा सकता है. कुछ कारोबार में बिटकॉइन मुद्रा के रूप में इस्तेमाल होती है हालांकि बीते कुछ सालों में इसकी लोकप्रियता ठहरी हुई है.

तस्वीर: picture-alliance/empics/D. Lipinski

बिटकॉइन के साथ क्या हुआ है

दिसंबर 2017 में बिटकॉइन फ्यूचर को अमेरिकी शेयर बाजार वॉल स्ट्रीट में कारोबार की इजाजत मिली. शिकागो मर्केंटाइल एक्सचेंज और शिकागो बोर्ड ऑप ट्रेड ने इनकी खरीद बिक्री को मंजूरी दी थी. बिटकॉइन को लेकर दिलचस्पी इतनी ज्यादा थी कि कारोबार की अनुमति मिलते ही इसकी कीमतों में भारी उछाल आया. 2017 के शुरुआत में इस मुद्रा की कीमत 1000 डॉलर थी जो साल के आखिर में बढ़ कर 19,783 तक पहुंच गई.

हालांकि कारोबार शुरू होने के बाद बिटकॉइन फ्यूचर अगले कुछ महीनों में तेजी से नीचे आया. एक साल बाद ही इसकी कीमत घट कर 4000 डॉलर पर चली गी. निवेशकों और बिटकॉइन में दिलचस्पी रखने वालों ने बताया कि 2017 में आए उछाल की बड़ी वजहें सट्टेबाजी और मीडिया का आकर्षण थे.

अभी बिटकॉइन का क्या मोल है

कॉइनबेस के मुताबिक एक बिटकॉइन की कीमत लगभग 20,700 डॉलर है. कॉइनबेस एक प्रमुख डिजिटल करेंसी एक्सचेंज है जो दूसरे टोकन और मुद्राओं का भी कारोबार करती है. हालांकि बिटकॉइन की कीमत अस्थिर है और यह एक हफ्ते में ही सैकड़ों या हजारों डॉलरों का उतार चढ़ाव देखती है. एक महीने पहले इसकी कीमत 17,000 डॉलर थी और एक साल पहले 7000 डॉलर.

बिटकॉइन एक बहुत जोखिम वाला निवेश है और पारंपरिक निवेश के तरीकों जैसे कि शेयर या फिर बॉन्ड की तरह व्यवहार नहीं करता, जब तक कि खरीदार कई सालों तक इस मुद्रा को अपने पास ना रखे. उदाहरण के लिए एसोसिएटेड प्रेस ने 100 अमेरिकी डॉलर की कीमत के बिटकॉइन खरीदे ताकि वह इस मुद्रा पर नजर रख सके और व्यापार में इसके इस्तेमाल के बारे में खबर दे सके. इस पोर्टफोलियो का खर्च इस महीने जा कर अपने मूलधन पर पहुंचा है.

बिटकॉइन को इतना पसंद क्यों किया गया

बिटकॉइन वास्तव में एक कंप्यूटर कोड की श्रृंखला है. यह जब भी एक यूजर से दूरे के पास जाता है तो इस पर डिजिटल सिग्नेचर किए जाते हैं. लेन देन खुद को गोपनीय रख कर भी किया जा सकता है. इसी वजह से यह आजाद ख्याल के लोगों, तकनीकी दुनिया के उत्साही, सटोरियों और अपराधियों के बीच काफी लोकप्रिय है.

बिटकॉइन को डिजिटल वॉलेट में रखा जाता है. इस वॉलेट को या तो कॉइनबेस जैसे एक्सचेंज के जरिए ऑनलाइन हासिल किया जा सकता है या फिर ऑफलाइन हार्ड ड्राइव में एक खास सॉफ्टवेयर के जरिए. बिटकॉइन का समुदाय यह तो जानता है कि कितने बिटकॉइन हैं लेकिन वे कहां हैं इसके बारे में सिर्फ अंदाजा ही लगाया बिटकॉइन का इस्तेमाल कहाँ और क्यों किया जाता है? जा सकता है.

कौन इस्तेमाल करता है बिटकॉइन

कुछ कारोबार बिटकॉइन का इस्तेमाल कर रहे हैं जैसे कि ओवरस्टॉक डॉट कॉम बिटकॉइन में भुगतान स्वीकार करता है. मुद्रा इतनी मशहूर है कि ब्लॉकचेन. इंफो के मुताबिक औसतन हर दिन 3,00,000 लेने देन होते हैं. हालांकि इसकी लोकप्रियता नगद या क्रेडिट कार्ड की तुलना में कम ही है. बहुत सारे लोग और कारोबार में इसे भुगतान के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता.

बिटकॉइन की सुरक्षा

बिटकॉइन नेटवर्क सामूहिक अच्छाई के लिए कुछ लोगों की लालसा पर निर्भर करता है. तकनीक के जानकार कुछ लोग जिन्हें माइनर कहा जाता है वो इस तंत्र में गणना की क्षमता ब्लॉकचेन में डाल कर इसे ईमानदार बनाए रखते हैं. ब्लॉक चेन हर बिटकॉइन के लेनदेन का हिसाब रखता है. इस तरह से यह उन्हें दो बार बेचे जाने को रोकता है और माइनरों को उनकी कोशिशों के लिए जब तक तोहफों में बिटकॉइन दिए जाते हैं. जब तक माइनर ब्लॉकचेन को सुरक्षित रखेंगे इसकी नकल करके नकली मुद्रा बनने का डर नहीं रहेगा.

यहां तक कैसे पहुंचा बिटकॉइन

यह एक रहस्य है. बिटकॉइन को 2009 में एक शख्स या फिर एक समूह ने शुरू किया जो सातोषी नाकामोतो के नाम से काम कर रहे थे. उस वक्त बिटकॉन को थोड़े से उत्साही लोग ही इस्तेमाल कर रहे थे. जब ज्यादा लोगों का ध्यान उस तरफ गया तो नाकामोतो को नक्शे से बाहर कर दिया गया. हालांकि इससे मुद्रा को बहुत फर्क नहीं पड़ा यह सिर्फ अपनी आंतरिक दलीलों पर ही चलता रहा.

2016 में एक ऑस्ट्रेलिया उद्यमी ने खुद को बिटकॉइन के संस्थापक के रूप में पेश किया. हालांकि कुछ दिनों बाद ही उसने कहा कि उसके पास सबूतों को जाहिर करने की "हिम्मत नहीं है." इसके बाद से इस मुद्रा की जिम्मेदारी किसी ने नहीं ली है.

Cryptocurrency News: क्रिप्टोकरेंसी पर सरकार लेगी 30 फीसदी टैक्स, निवेश से पहले जरूर जान लें ये बड़ी बातें

क्रिप्टो करेंसी में ऑनलाइन इन्वेस्ट किया जाता है, जिसमें ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाता है. बिटकॉइन भी एक तरह की क्रिप्टो करेंसी है.

By: नीतू झा | Updated at : 01 Feb 2022 07:09 PM (IST)

Cryptocurrency News: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज देश का सालाना बजट पेश किया. इस बजट को पेश करते हुए वित्त मंत्री ने बताया की जल्द ही आम लोगों के बीच डिजिटल रुपया भी पेश होने वाला है. इसके साथ सरकार क्रिप्टो करेंसी पर 30 फीसदी टैक्स भी लेगी. अगर आप भी क्रिप्टो करेंसी का इस्तेमाल करते हैं और इसमें निवेश करने वाले हैं तो आपको यह खबर आपके काम की हो सकती है.

क्या है डिजिटल करेंसी
सबसे पहले बात करते हैं डिजिटल करेंसी की, दरअसल वित्त मंत्री ने कहा की डिजिटल करेंसी आने से फिलहाल जो करेंसी मैनेजमेंट का सिस्टम है वो काफी आसान और सस्ता हो जाएगा. क्रिप्टो करेंसी निवेश को लेकर अर्थशास्त्री आकाश जिंदल ने बिटकॉइन का इस्तेमाल कहाँ और क्यों किया जाता है? बताया कि दुनिया में क्रिप्टोकरेंसी में इसे एसेट की तरह माना जाता है. वहीं कई देश में ये बैन भी है और कुछ ऐसे भी देश है जहां इसे करेंसी की तरह इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन ये एक ऐसा इन्वेस्टमेंट मार्केट है जहां इन्वेस्टर को मोटी कमाई होती है. यही वजह है की लोगों के बीच इसका क्रेज बढ़ गया है लेकिन इसमें रिस्क भी काफी ज्यादा है क्योंकि किसी बैंक की तरह यहां कोई रेगुलेटरी बॉडी नहीं है, इसलिए आपको इसमें इन्वेस्ट करने से पहले कुछ चीजों का ध्यान रखना चाहिए.

इन्वेस्ट करने से पहले किन चीजों का रखे ध्यान
आकाश जिंदल के मुताबिक क्रिप्टो करेंसी में ऑनलाइन इन्वेस्ट किया जाता है, जिसमें ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाता है. बिटकॉइन भी एक तरह की क्रिप्टो करेंसी है. अगर आप क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने वाले है तो पहले रिसर्च ठीक से करें, क्योंकि यहां ठगी भी आम बात है. ये लोगों के लिए नया है. क्रिप्टो करेंसी में फ्लैक्चुएशन है इसलिए युवाओं को अपना पूरा पैसे इसमें इन्वेस्ट नहीं करना चाहिए, क्योंकि बिटकॉइन का इस्तेमाल कहाँ और क्यों किया जाता है? इसमें आपके पैसों का उतार चढ़ाव जो जाता है. हो सकता है उसकी कीमत बढ़ जाए लेकिन ये कम भी हो सकता है.

क्रिप्टोकरेंसी को या तो ऑनलाइन या ऑफलाइन वॉलेट में रखा जाता है. अगर बात नए इन्वेस्टर की करें तो उनके लिए ऑनलाइन वॉलेट अच्छा ऑप्शन माना जाता है, लेकिन फिर भी इन्वेस्टर को इस्तेमाल से पहले वॉलेट को समझना चाहिए. क्रिप्टो करेंसी का इस्तेमाल करते वक्त सारे पैसे अपने मोबाइल वॉलेट में स्टोर ना करें क्योंकि कई बार यह आसानी से हैक भी हो जाते हैं ऐसे में आप अपने सारे पैसे एक बार में गंवा बैठेंगे.

टैक्स भरने की रखे पूरी जानकारी
इसको लेकर अर्थशास्त्री आकाश जिंदल ने कहा कि सरकार अब क्रिप्टो करेंसी पर 30 फीसदी टैक्स लेने वाली है. इससे सरकार को फायदा होगा और लोगों को भी टैक्स भरना चाहिए क्योंकि वो अगर वह भारत में रहते हैं और बिटकॉइन का इस्तेमाल कहाँ और क्यों किया जाता है? क्रिप्टो करेंसी के जरिए मोटी कमाई कर रहे हैं तो उनका फर्ज बनता है कि वह भारत की सरकार को टैक्स जरूर दें.

क्रिप्टोकरेंसी का बनाया जाए रेगुलेशन बोर्ड
क्रिप्टोकरेंसी के बारे में जानकारी देते हुए अर्थशास्त्री आकाश जिंदल ने कहा ऐसी जगहों पर निवेश करने में युवा बहुत उत्सुकता दिखाते हैं आपको शायद पता ना हो कि भारत क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्ट करने वाला दूसरे देश का नंबर है. क्रिप्टो करेंसी रेगुलेटरी बॉडी नहीं है. जैसे आसान भाषा में अगर आप 100 रुपये का इस्तेमाल कर रहे हैं तो उस पर लिखा होता है कि मैं धारक को 100 रुपये अदा करने का वचन देता हूं लेकिन क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया में कोई भी रेगुलेटरी बॉडी नहीं है. क्योंकि जानकारी पूरी नहीं होने की वजह से कई लोगों के साथ फ्रॉड भी हुआ है.

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Published at : 01 Feb 2022 07:09 PM (IST) Tags: Nirmala Sitharaman Cryptocurrency Bitcoin हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: News in Hindi

जानिए क्यों Bitcoin की कीमत लगातार घटती जा रही है?

रविवार की दोपहर में बिटकॉइन 5,787 डॉलर के निचले स्तर पहुंच गया और सोमवार तड़के 6,131 डॉलर पर कारोबार करता देखा गया.

जानिए क्यों Bitcoin की कीमत लगातार घटती जा रही है?

"Crypto-jacking" attacks have become a growing problem in the cybersecurity industry, affecting both consumers and organisations. (Reuters)

अक्टूबर 2017 के बाद, बिटकॉइन में जिस तरह की तेज़ी देखी गई, दुनियाभर के निवेशक चौंक गए थे. 4,000 डॉलर की कीमत से, बिटकॉइन सिर्फ दो महीने में 19,000 डॉलर के पार पहुंच गया था. लेकिन जल्द ही, गिरावट शुरू हुई और अब सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी 6,000 डॉलर से भी नीचे पहुंच गई है, जो 2018 में सबसे कम है. रविवार की दोपहर में बिटकॉइन 5,787 डॉलर के निचले स्तर पहुंच गया और सोमवार तड़के 6,131 डॉलर पर कारोबार करता देखा गया. बिटकॉइन में गिरावट के कई कारण हो सकते हैं जैसे कि टैक्स सेलिंग, कड़े नियम, कई देशों में प्रतिबंध और हैकिंग्स आदि.

पिछले महीने सैन फ्रांसिस्को के फेडरल रिजर्व ने कहा कि बिटकॉइन में लगातार हो रही कमी बिटकॉइन का भविष्य तय करेगी. ‘फ्यूचर्स ट्रेडिंग चेंज बिटकॉइन प्राइस’ के रिपोर्ट में कहा गया है, “वायदा के परिचय के बाद कीमत में तेज़ी और बाद में गिरावट एक संयोगमात्र नहीं कहा जा सकता है.”

2009 में एक अज्ञात व्यक्ति या समूह सतोशी नाकामोतो द्वारा स्थापित, बिटकॉइन 2017 के मध्य तक 4000 डॉलर के भीतर रहा, इसके बाद इसमें भारी बढ़ोतरी देखी गई.”यह विस्फोटक वृद्धि 17 दिसंबर, 2017 को समाप्त हुई, जब बिटकॉइन 19,511 डॉलर के टॉप कीमत पर पहुंच गया. विशेष रूप से, इन गतिशीलता समग्र बाजार में उतार-चढ़ाव से प्रेरित नहीं हैं,” रिपोर्ट में बताया गया है.

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हालांकि, क्रिप्टो बिजनेसमैन ने अभी तक इस विचार को नहीं त्यागा है. डिजिटल मुद्राओं पर केंद्रित एक निवेश फर्म बीएनसीएम एलएलसी के संस्थापक और सीईओ ब्रायन केली ने सीएनबीसी को बताया, “अभी बिटकॉइन का अंतिम संस्कार नहीं होने जा रहा है.” उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष की कीमत 2,500 डॉलर की तुलना में, बिटकॉइन अभी भी उच्च स्तर पर है.

बिटकॉइन डिजिटल करेंसी है जिसे इंटरनेट करेंसी भी कहा जाता है. बिटकॉइन को सिर्फ ऑनलाइन इस्तेमाल किया जा सकता है. माना जाता है कि बिटकॉइन की खोज सतोषी नाकोमोतो नामक शख्स ने किया था. आज की तारीख में 1 बिटकॉइन की कीमत करीब चार लाख उन्नीस हज़ार रुपए हैं. बिटकॉइन की सबसे छोटी यूनिट सोतषी है और 1 बिटकॉइन 10,00,00,000 सोतषी के बराबर होता है. जैसे इंडियन करेंसी में 1 रुपए में 100 पैसे होते हैं वैसे ही 10 करोड़ सतोषी से मिलकर एक बिटकॉइन बनता है.

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