निर्दिष्ट कीमतों पर बाजार में प्रवेश करने के आदेश रखें, फिर बस बाजार को इन रणनीतिक कीमतों पर इन ट्रेडों में प्रवेश करने दें। इनमें से कई ट्रेड बाजार पर व्यापारी के ध्यान के बिना ट्रिगर होंगे, जिससे यह अंशकालिक व्यापारियों के लिए सुविधाजनक होगा।

डोनचियान चैनल चार्ट

जागरण एजुकेशन फाउंडेशन (जेईएफ) के शैक्षिक संस्थानों में ऑनलाइन कक्षाओं ने दी कोरोना को चुनौती

भारत में भी कोरोना के संकट के निरंतर बढ़ते जाने के कारण देश भर में सार्वजनिक गतिविधियां थमने लगीं . श्री पूर्णचंद्र गुप्त स्मारक ट्रस्ट की ईकाई जागरण एजुकेशन फाउंडेशन ( जेईएफ ) के सभी शैक्षिक संस्थानों ने भी कक्षाओं में उपस्थित रहकर अध्ययन - अध्यापन का कार्य अगले सरकारी आदेशों तक स्थगित कर दिया . लेकिन विद्यार्थियों के प्रति अपनी जिम्मेदारी के नाते जेईएफ ने अपने सभी स्कूलों , कॉलेजों और व्यावसायिक संस्थानों में ऑनलाइन शैक्षिक गतिविधियां नियमित रूप से चलाते रहने का संकल्प लिया .

वर्तमान चुनौती को ध्यान में रखते हुए जागरण कॉलेज ऑफ आर्ट्स , साइंस एंड कॉमर्स , जागरण इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट , जागरण इंस्टीट्यूट ऑफ डिजिटल एनीमेशन , जागरण इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड मास कम्युनिकेशन , नोएडा और कानपुर , जागरण स्कूल ऑफ लॉ , देहरादून और पूर्णचंद्र विद्या निकेतन समेत जागरण पब्लिक स्कूल की सभी शाखाओं में विभिन्न डिजिटल माध्यमों से पाठ्यक्रम पूरा कराया जा रहा है . जागरण एजुकेशन फाउंडेशन की सभी संस्थान पठन - पाठन के तौर - तरीकों में इस बात का खास ध्यान रख रहे हैं कि छात्र - छात्राओं को सैद्धांतिक अवधारणाएं अच्छी तरह समझाते हुए उनकी हर जिज्ञासा का समाधान किया अपने व्यापारिक कौशल को निखारें जाए . जेईएफ की सभी शिक्षक संस्थानों में शिक्षक जरूरी अध्ययन सामग्री वाट्सएप्प और यू - ट्यूब इत्यादि पर दे रहे हैं . गूगल क्लासरूम , जूम , वेबेक्स लाइव और टीच - नेक्स्ट डिजिटल क्लासरूम जैसे माध्यमों पर व्यावहारिक परिक्षण पर भी विशेष जोर दिया जा रहा है . व्यवहारिक विषय न सिर्फ पढ़ाए और समझाए जा रहे हैं बल्कि इस बात का भी ध्यान रखा जा रहा है कि व्यवहारिक कार्य नियमित रूप से कराए जाते रहें और उनका निरंतर मूल्यांकन भी होता रहे . इसके लिए पीपीटी , केस स्टडी , समूह - चर्चा इत्यादि का सहारा लिया जा रहा है .

जागरण कॉलेज ऑफ आर्ट्स , साइंस एंड कॉमर्स

जागरण कॉलेज ऑफ आर्ट्स , साइंस एंड कॉमर्स में विषयगत व्याख्यानों के साथ ही विद्यार्थियों को पीपीटी और उनकी रूची के अनुसार अन्य व्यवहारिक कार्य भी दिये जा रहे हैं . बीबीए के चौथे और छठे सेमेस्टर के छात्र अपने मार्गदर्शक के निर्देशन में कई प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं .

जागरण कॉलेज ऑफ आर्ट्स , साइंस एंड कॉमर्स के छात्र - छात्राओं को अनेक प्रतिष्ठित संस्थाओं और कंपनियों से दो माह के ऑनलाइन परिक्षण का मौका मिला है . इनमें आइआइटी , कानपुर के साथ मिलकर वरजोई , गूगल , माइक्रोसॉफ्ट और मिक्रोड़ेस्क जैसी विशव - प्रतिष्ठित कंपनियां शामिल हैं . इस परिक्षण कार्यक्रम में छात्र विशेषज्ञों के निर्देशन में अपने व्यापारिक कौशल को निखारें सीखेंगे . लगभग 110 छात्र इस कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं .

जागरण इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड मास कम्युनिकेशन , नोएडा और कानपुर

जागरण इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड मास कम्युनिकेशन ( जेआईएमएमसी ) , के दोनों केन्द्रों नोएडा और कानपुर में समय - सारिणी के अनुसार व्याख्यान और व्यवहारिक कार्य दिए जा रहे हैं . पत्रकारिता के विद्यार्थियों को कुछ प्रमुख ई - अखबारों की पीडीएफ फाइल हर सुबह दी जाती है .

दोनों संस्थानों के विद्यार्थियों को अखबार पढ़कर और टीवी समाचार चैनल देख कर रोज खबरें , समाचार - विश्लेषण और फीचर लिखने , एंकरिंग करने और टीवी समाचार बुलेटिन बनाने का काम दिया जाता है . छात्र - छात्राओं को स्वास्थ्य मंत्रालय , गृह मंत्रालय और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद की हर शाम प्रेस - वार्ता टीवी पर सुनकर खबर बनाने के लिए भी कहा जाता है . विज्ञापन के छात्र - छात्राओं को जिंगल्स लिखने , स्टोरी बोर्ड और अखबारों के लिए विज्ञापन बनाने तथा जन - संपर्क के छात्र - छात्राओं को केंद्र अथवा राज्य सरकार की सूचनाओं या घोषणाओं पर प्रेस विज्ञप्ति लिखने के काम दिए जा रहे हैं . विद्यार्थियों के रचनात्मक लेखन और अनुवाद के कौशल को निखारने की कोशिश पर भी ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है क्योंकि यह किसी भी मिडिया संस्थान में नौकरी के लिए अपरिहार्य है.

पार्ट टाइम ट्रेडर कैसे बनें: वर्कफ़्लो और रणनीति पर सुझाव

अंशकालिक व्यापारी

बहुत से लोग सोचते हैं कि ट्रेडिंग विदेशी मुद्रा (FX) बाजार पर शोध करने और व्यापारिक अवसरों की पहचान करने के लिए बहुत समय की आवश्यकता होती है। हालांकि 24-FX की घंटे की प्रकृति इसका फायदा उठाने के लिए अंशकालिक व्यापारियों के लिए आसान हो जाता है रुझान मुद्राओं में क्योंकि वे जब एक से बंधे नहीं होते हैं विनिमय उन्हें व्यापार करने की अनुमति देता है । इसलिए, विदेशी मुद्रा व्यापार उन व्यक्तियों के लिए सुविधाजनक हो सकता है जो ट्रेडिंग पर बड़ी मात्रा में निवेश करने का जोखिम नहीं उठा सकते हैं।

पार्ट-टाइम डे ट्रेडिंग - मुख्य वार्ता बिंदु:

  • क्यों व्यापार विदेशी मुद्रा अंशकालिक? शॉर्टर ड्यूरेशन के लिए ट्रेडिंग के फायदे
  • कैसे अंशकालिक व्यापारी अपने वर्कफ़्लो में सुधार कर सकते हैं
  • अंशकालिक व्यापारियों के लिए एक प्रभावी ब्रेकआउट ट्रेडिंग रणनीति

कम अवधि के साथ, पार्ट-टाइम ट्रेडिंग ट्रेडिंग दक्षता में वृद्धि की अनुमति देता है 'अंडर और ओवर-ट्रेडिंग' । अंडर-ट्रेडिंग संभावित व्यापारिक अवसरों का फायदा उठाने के लिए उचित समय पर धन का उपयोग करने की अनुमति नहीं देता है। पूर्णकालिक व्यापारियों के साथ, अक्सर वित्तीय जानकारी को अवशोषित करने का अधिभार होता है। स्पष्टता की कमी के कारण यह कठिन हो सकता है। अंशकालिक व्यापार व्यापारी को मामूली अनिश्चितता के साथ बाजारों के लिए एक सरल दृष्टिकोण के साथ छोड़ देता है। निवेश किया गया समय न्यूनतम है, जिसके परिणामस्वरूप सामाजिक गतिविधियों के लिए अधिक गुणवत्ता वाला समय है।

कैसे अंशकालिक व्यापारी अपने वर्कफ़्लो में सुधार कर सकते हैं

स्पष्ट कारणों के लिए अंशकालिक व्यापारी के लिए व्यावहारिकता महत्वपूर्ण है। नीचे दी गई सूची में कुछ सरल तकनीकों पर प्रकाश डाला गया है जो ट्रेडिंग प्रक्रिया को अधिक कुशल बनाने के लिए कार्यान्वित किया जा सकता है।

  1. एक साधारण रणनीति की पहचान करें
  2. प्रासंगिक वातावरण के लिए मैच की रणनीति
  3. प्रविष्टि आदेश का उपयोग करें
  4. दोहराएँ!

अंशकालिक व्यापारियों के लिए एक प्रभावी ब्रेकआउट ट्रेडिंग रणनीति:

यदि आप समय पर अपने व्यापारिक कौशल को निखारें कम हैं, तो बाजार से संपर्क करने के लिए कई अलग-अलग रणनीतियाँ हैं। नीचे शामिल रणनीति को 'सरल डीएनसी ब्रेकआउट' कहा जाता है। इस रणनीति के लिए ट्रेडों की पहचान करने में शामिल उपकरण काफी सहज हैं, भले ही आपने पहले कभी विदेशी मुद्रा का कारोबार न किया हो।

इससे पहले कि मैं रणनीति की कुछ बारीकियों में उतरूं, आप सोच रहे होंगे कि एक व्यापारी कैसे अच्छे ट्रेडों को प्रभावी ढंग से पा सकता है अगर वे लगातार बाजार नहीं देख रहे हैं? इस दृष्टिकोण का सार यह है कि व्यापारी रणनीतिक मूल्य बिंदुओं पर बाजार में प्रवेश करने के आदेश देगा।

जब बाजार इन कीमतों के माध्यम से ट्रेड करता है, तो यह व्यापार में प्रवेश करने का संकेत होगा, और आराम करने वाला आदेश प्रवेश का ख्याल रखेगा और स्वचालित रूप से बाहर निकल जाएगा।

इसलिए, इस रणनीति की ताकत प्रवृत्ति की ताकत पर निर्भर करती है। इस रणनीति की सफलता एक निश्चित समय में बाजार में सबसे मजबूत रुझानों का उपयोग करना है - प्रवृत्ति जितनी मजबूत होगी उतना ही बेहतर होगा। जब ये रणनीतिक मूल्य बिंदु तक पहुंच जाते हैं, तो व्यापारी उस मजबूत प्रवृत्ति की दिशा में ट्रेडों में प्रवेश करते हैं।

जानिए आखिर क्यों आईटीआई के छात्रों से सीएम शिवराज बोले दिशाहीन पढ़ाई का कोई मतलब नहीं, हमेशा कौशल पर ध्यान दें

भोपाल। राजधानी के कुशाभाऊ ठाकरे हॉल में मंगलवार को पहली बार राज्य स्तरीय आईटीआई दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। मध्य प्रदेश की 19 आईटीआई को देश में 3 स्टार और 96 आईटीआई को 2 स्टार रेटिंग मिलने पर सीएम शिवराज ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि हम प्रयास कर रहे हैं कि बच्चों के कौशल को और निखारे। उन्होंने बताया कि ग्रामीण इंजीनियर की परिकल्पना पर हम काम करेंगे। ताकि हर ग्राम पंचायत में कम से कम 4 ग्रामीण इंजीनियर हो जो वहां की सुविधाएं जैसे बिजली, पानी निर्माण आदि की व्यवस्था बनाए रखने में अपना योगदान दें। कार्यक्रम में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कई आईटीआई टॉपर्स को सम्मानित किया।

प्रदेश की बेटियों को व्यावसायिक प्रशिक्षण दिलाएगी योगी सरकार

प्रदेश की बेटियों को व्यावसायिक प्रशिक्षण दिलाएगी योगी सरकार। उच्चीकृत कस्तूरबा बालिका विद्यालय की छात्राओं को किया जाएगा प्रशिक्षित। शत प्रतिशत छात्राओं को प्रशिक्षण देने के लिए डीजी स्कूल शिक्षा ने दिया निर्देश। कौशल विकास मिशन के ट्रेनिंग पार्टनर छात्रों की रुचि के आधार पर संबंधित ट्रेड में देंगे प्रशिक्षण। योगी सरकार ने प्रदेश की बेटियों की शिक्षा और उनके कौशल को निखारने के लिए निरंतर प्रयास कर अब एक और पहल की है। अब बेटियों को स्कूल में ही व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। इसके लिए कौशल विकास मिशन को जिम्मेदारी दी गई है। फिलहाल इसकी शुरुआत प्रदेश के उच्चीकृत कस्तूरबा बालिका विद्यालयों से होगी।

लड़कियों के लिए कई प्रोग्राम चला रहा है कौशल विकास मिशन- कौशल विकास मिशन के असिस्टेंट डायरेक्टर राजीव यादव के अनुसार, कुल 54 कस्तूरबा बालिका विद्यालय नोटिफाई कराए गए हैं। इनमें जल्द प्रशिक्षण शुरू किया जाएगा। इसके पंजीकरण की कार्यवाही शुरू कर दी गई है। इसमें हमसे संबद्ध ट्रेनिंग पार्टनर्स को जिम्मेदारी दी गई है। इसके अलावा भी कौशल विकास मिशन लड़कियों को व्यावसायिक शिक्षा देने के लिए कई तरह के प्रोग्राम पूरे प्रदेश में चला रहा है। महिला सुरक्षा के दृष्टिगत एक सेफ्टी किट डिस्ट्रब्यूशन प्रोग्राम भी चल रहा है। इसके तहत विशेषज्ञों द्वारा लड़कियों को 10 दिन की ट्रेनिंग के बाद स्पेशल किट प्रदान की जाएगी। यही नहीं, पायलट प्रोजेक्ट के तहत कुछ महिला संवासिनी गृह में भी महिलाओं को व्यावसायिक प्रशिक्षण दिए जाने की शुरुआत की गई है।

—— अभिभावकों को करें जागरूक —–

जमशेदपुर : XLRI ने कोल इंडिया के साथ किया एमओयू

XLRI डायरेक्टर और कोल इंडिया लिमिटेड के डायरेक्टर हस्ताक्षर की प्रति दिखाते हुए

XLRI डायरेक्टर और कोल इंडिया लिमिटेड के डायरेक्टर हस्ताक्षर की प्रति दिखाते हुए

Jamshedpur : जेवियर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट (एक्सएलआरआइ) और कोल इंडिया लिमिटेड (सीआइएल) के बीच एक एमओयू हुआ है. एक्सएलआरआइ के डायरेक्टर फादर पॉल फर्नांडीस, एसजे और कोल इंडिया लिमिटेड के डायरेक्टर (पी एंड आइआर) ने संयुक्त रूप से समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किया. एमओयू के अनुसार एक्सएलआरआइ द्वारा कोल इंडिया के अधिकारियों को उनके नेतृत्व क्षमता और प्रबंधन कौशल को निखारने के लिए प्रशिक्षण दिया जायेगा.

500 अधिकारी प्रशिक्षण में शामिल होंगे

कोल इंडिया के मानव संसाधन विकास विभाग द्वारा नामित लगभग 500 अधिकारी इस प्रशिक्षण में शामिल होंगे. एक्सएलआरआइ के जमशेदपुर कैंपस में विभिन्न चरणों में उन्हें प्रशिक्षित किया जाएगा. कॉरपोरेट ट्रेनिंग के पहले बैच की शुरुआत अप्रैल 2022 में होगी.

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एकेडमिक-उद्योग इंटरफेस के निर्माण पर काम करेंगे : फादर पॉल फर्नांडीस

एक्सएलआरआइ के डायरेक्टर फादर पॉल फर्नांडीस एसजे ने कहा कि एक्सएलआरआइ द्वारा देश के विभिन्न सेक्टर के लोगों को समय-समय पर ट्रेनिंग दी जाती है. ताकि देश के अलग-अलग सेक्टर के लोगों में नेतृत्व क्षमता, निर्णय लेने की क्षमता के साथ ही विपरीत परिस्थितियों में किस प्रकार बेहतर प्रबंधन कर संस्थान व समाज हित में कार्य किया जाए. एक्सएलआरआइ द्वारा व्यावसायिक और विकासात्मक आवश्यकताओं के अपने व्यापारिक कौशल को निखारें अपने व्यापारिक कौशल को निखारें अनुरूप प्रोग्राम डिजाइन कर प्रोग्रेसिव लीडर तैयार करने का प्रयास किया जाता है.

फादर पॉल फर्नांडीस ने कहा कि सीआइएल के साथ हाथ मिलाने से काफी उत्साहित हूं. हम साथ मिलकर एक मजबूत एकेडमिक-उद्योग इंटरफेस के निर्माण पर काम करेंगे. वहीं संस्थान के डीन प्रोफेसर आशीष केपाणी ने कहा कि प्रशिक्षण से कोल इंडिया के कर्मचारियों व अधिकारियों को प्रासंगिक और लगातार प्रशिक्षण से अवगत कराने से कंपनियों को अपने प्रदर्शन में सुधार करने और कार्यक्षेत्र में रिजल्ट बढ़ाने में मदद मिलेगी. यह कार्यक्रम कौशल बढ़ाने और बेहतर परिणाम देने में मदद करेगा.

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