News18 हिंदी 07-11-2022 News18 Hindi

शेयर मार्केट में पैसा कैसे लगाएं | how to invest share in india

युवाओं मे आजकल शेयर बाजार में निवेश करने के लिए बहुत सारे लोग इच्छुक होते हैं ए बहुत अच्छी बात है। लेकिन भारत जैसे देश में आज भी बहुत सारे लोग शेयर मार्केट में निबेश करने से घबराते। जहा US जैसे देशो मे 50% लोग शेयर मार्किट मे निबेश करते है लेकिन भारत जैसी देश मे केवल 4% लोग ही शेयर मार्किट मे निबेश करते है। लगाने के लिए आपको शेयर मार्किट से जूरी जानकारी होना साहिए। शेयर मार्किट मे पैसा लगाना कुछ ज्यादे मुश्किल नही है लेकिन पैसे को बचाते हुए कमाना ज्यादे कठिन है। अपनी रिस्क को जानके आप इन्वेस्ट कोरोगे तो आप शेयर मार्किट से पैसा कमा सकते हैं।

शेयर मार्किट मे पैसा लगाने से पहले चाहिए:-

शेयर मार्किट मे पैसा लगाने के लिए सबसे पहले आपके पास एक Demat Account होना बहत जरुरी है इसके बिना आप शेयर मार्किट मे पैसा नहीं लगाया जा सकता। Demat Account के जरिये आप शेयर मार्किट मे शेयर खरीद बेच सकते है। Demat Account भारत मे मुख्य रूप से दो प्रकार का ब्रोकर है एक है पूर्ण सेवा ब्रोकर और दूसरा डिस्काउंट ब्रोकर।

पूर्ण सेवा ब्रोकर ग्राहक को शेयर्स को खरीद बेच करने की सलाह सलाह देते है लेकिन उसके बदले आपसे जादा ब्रोकरेज फीस कैसे लगाएं पैसे? लेते हैं।

डिस्काउंट ब्रोकर ऑनलाइन मे ब्रोकिंग खाते खुलने की पेशकश करते है. ये अपनी ग्राहक कम से कम लगत मे सेवा प्रदान करते है। डिस्काउंट ब्रोकर के साथ अकाउंट खोलना बहत ही आसन है। आपको ज्यादे कुछ नही करना है. आप उनकी वेबसाइट पर जाके अकाउंट खोल सकते है. बस कुछ ही समय मे अकाउंट खोल जायेगा। बाज़ार मे बहत सारे डिस्काउंट ब्रोकर है उनमे से UPSTOX, ZERODHA, ANGEL BROKING इत्यादि।

Demat Account खोलने के लिए कुछ जरुरी दस्ताबेज चाहिए :-

  1. पैन कार्ड
  2. आधार कार्ड
  3. बैंक खाता
  4. कैंसिल चेक
  5. मोबाइल नंबर
  6. ईमेल आईडी

इन दस्ताबेज के साथ आप आसानी से घर बैठे डिस्काउंट ब्रोकर से ऑनलाइन ही अपना Demat Account खोल सकते हैं।

अब शेयर मार्किट से शेयर खरीदने के लिए आपको अपनी बैंक अकाउंट से Demat Account मे जितने पैसा का शेयर खरीदना है उस पैसे को ट्रांसफर करना होगा। ठीक इसी तरह जब हमको मुनाफा होगा तब उस पैसा को Demat Account से अपनी बैंक अकाउंट मे ट्रांसफर कर सकते हैं।

शेयर मार्केट में पैसा कैसे लगाएं how to invest share in india

शेयर मार्किट मे पैसा लगाने के फायदे:-

शेयर मार्किट शेयर मे पैसा लगाने के बहत सारे फायदे है. बैंक मे पैसा रखने से आपको एक फिक्स्ड इंटरेस्ट मिलता है लेकिन शेयर मार्किट मे ऐसा नहीं यहाँ आपको शेयर बढ़ने के साथ ही आपको दिविदेंत डिविडेंड, बोनस और राइट्स शेयर मिलते हैं। आप सोच रहे है ए डिविडेंड, बोनस है किया सरल भाषा मे जब कोई कंपनी मुनाफा कमाता है उसका थोरा हिस्सा शेयरहोल्डर के साथ साझा करते है यह जरुरी नहीं की हर कंपनी डिविडेंड, बोनस देगी। जब कंपनी डिविडेंड, बोनस देती है तब वो पैसा सीधे शेयरहोल्डर के बैंक अकाउंट मे आता हैं।

शेयर मार्किट मे पैसा लगाने से पहले जरुर करे बिचार:-

  1. जरुर ध्यान रखे आप जितना भी शेयर मार्किट में पैसा लगाये नजदीकी समय मे कुछ ज्यादे जरूरत तो नही है।
  2. किसी के बातों मे आकर शेयर मत खरीदे।
  3. अपनी भावनाओ पर नियंत्रण रखे उतना ही पैसा लगाये जितना खोने से आपको दुख न हों।
  4. उधार लेके शेयर मार्किट मे पैसा मत लगाये।
  5. शेयर मार्किट के बारे मे समझना और जानने के बाद ही इन्वेस्ट करे।

उम्मीद है आपको इस पोस्ट को पढ़ने के बाद शेयर मार्केट में पैसा कैसे लगाएं सभी जानकारी मिल गयी है । आपको इसके बारे मे कुछ पूछना है तो आप कमेंट कर सकते हैं।

बुजुर्ग व्‍यक्ति कैसे अपने निवेश को कर सकते हैं दोगुना, जानिए कहां लगाएं पैसा और क्‍या मिलेगा लाभ

इस योजना के तहत बुजुर्ग व्‍यक्ति 15 लाख रुपये तक का एकमुश्‍त निवेश कर सकते हैं। यह भारत में सभी बैंकों और डाकघरों में उपलब्ध है। इस योजना में अप्रैल-जून तिमाही के लिए 7.4 फीसदी की ब्याज दर देय है।

बुजुर्ग व्‍यक्ति कैसे अपने निवेश को कर सकते हैं दोगुना, जानिए कहां लगाएं पैसा और क्‍या मिलेगा लाभ

बुजुर्ग व्‍यक्ति इस योजना में निवेश कर अपने पैसे को कर सकते हैं कैसे लगाएं पैसे? दोगुना (फोटो-freepik)

भविष्‍य के लिए अक्‍सर लोग तरह-तरह के निवेश की प्‍लानिंग करते हैं। सरकारी योजनाओं से लेकर लोग बैंक की योजनाओं और अन्‍य स्‍कीमों में निवेश करते हैं। वहीं कोई अगर बीमा योजना में निवेश करना चाहता है, तो वह एलआईसी या फिर अन्‍य संस्‍थाओं में निवेश के बारे में सोचता है। इसके साथ ही शेयर मार्केट और म्‍युचुअल फंड जैसी स्‍कीमों में भी लोग पैसा लगाते हैं। लेकिन सेफ और बिना जोखिम निवेश के लिए लोग ज्‍यादातार लोग सरकारी योजना में ही पैसा लगते हैं।

अगर आप भी बिना जोखिम के सरकारी योजनाओं में निवेश की प्‍लानिंग कर रहे हैं तो यहां एक ऐसी स्‍कीम के बारे में जानकारी दी जा रही है, जिसमें आप निवेश कर अपने फंड को दोगुना कर सकते हैं। साथ ही टैक्‍स छूट का भी लाभ दिया जाता है। यह योजना कोई और नहीं बल्कि वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (एससीएसएस) स्‍माल सेविंग स्‍कीम है।

इस योजना के तहत बुजुर्ग व्‍यक्ति 15 लाख रुपये तक का एकमुश्‍त निवेश कर सकते हैं। यह भारत में सभी बैंकों और डाकघरों में उपलब्ध है। इस योजना में अप्रैल-जून तिमाही के लिए 7.4 फीसदी की ब्याज दर देय है। यह योजना 60 या उससे अधिक आयु वालों के लिए खुली है।

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इस योजना के तहत लोग 55 से 60 वर्ष की आयु वर्ग में लाभ उठा सकते हैं और रिटायरमेंट के एक महीने के भीतर एससीएसएस खाता ओपेन कर सकते हैं। वित्त मंत्रालय ने 26 मई, 2020 के एक सर्कुलर में, 2020 में लॉकडाउन अवधि के दौरान रियारमेंट होने वालों के लिए एक महीने के क्लॉज को हटा दिया। सर्कुलर में कहा गया है कि छोटे निवेशकों के लिए कोविड-19 महामारी के कारण यह फैसला लिया गया है।

यह योजना 5 साल के मैच्‍योरिटी के सा‍थ आता है। हालांकि मैच्‍योरिटी पीरियड को समय-समय पर बढ़ाया भी जा सकता है, लेकिन इसके लिए आपको आवेदन करना होगा। मैच्‍योरिटी पीरियड बढ़ाने के साथ ही आप चाहें तो कभी भी खाते को बंद कर पैसे विड्राल किए जा सकते हैं और बिना कटौती के अकाउंट को एक्‍सपायर भी किया जा सकता है।

इस स्‍कीम के तहत अधिकतम 15 लाख रुपये एकमुश्‍त जमा किया जा सकता है। इस योजना के तहत ज्‍चाइंट कैसे लगाएं पैसे? और सिंगल अकाउंट किया जा सकता है और एक खाते में 15 लाख रुपये तक का निवेश का विकल्‍प है।

अगर कोई वरिष्ठ नागरिक मौजूदा ब्याज दर पर 5 साल की अवधि के लिए 15 लाख रुपये का निवेश करता है, तो तिमाही ब्याज 27,750 रुपये होगा, जो सालाना 111,000 रुपये होगा। मैच्योरिटी के समय, निवेश पर मिला कुल ब्याज 5,55,000 लाख रुपये होगा। मैच्योरिटी पर मिलने वाली कुल राशि 20,55,000 रुपये होगी। वहीं अगर 10 साल के लिए निवेश करते हैं तो यह रकम 30 लाख रुपये के आसपास हो जाएगी।

Paheliyan In Hindi

भारत में सपोर्ट्स पर बेटिंग करना काफी प्रचलित है। क्रिकेट, बैडमिंटन, कबड्डी, आदि जैसे खेलों पर ऑनलाइन बैटिंग की जाती है। इन्ही खेलों में से फुटबॉल बेटिंग भारत में बहुत प्रचलित है। इस स्पोर्ट्स पर लोग बेटिंग करके काफी पैसा कमाते हैं। भारत में फुटबॉल बेटिंग प्रिडिक्शन भी की जाती है, जिसके अनुसार काफी लोग बेट लगाते हैं।

भारत में बेस्ट फुटबॉल बेटिंग ऐप्स है, जिनका उपयोग आपको फुटबॉल बेटिंग करने के लिए करना चाहिए। अगर आप भी फुटबॉल पर बेटिंग करना शुरू करना चाहते है तो चलिए आपको फुटबॉल पर बेटिंग करने के लिए सही तरीका बताते है , और कैसे फुटबॉल पर बेटिंग करनी है। तो चलिए शुरुआत करते है।

एक फुटबॉल बेटिंग साइट चुनें

फ़ुटबॉल पर साइन अप करने और सट्टेबाजी करने का पहला और सबसे स्पष्ट कदम एक फ़ुटबॉल सट्टेबाजी साइट या साइट चुनना है जिसके साथ आप सबसे अधिक सहज हैं। सबसे पहले फुटबॉल बेटिंग साइटों में से एक सही साइट का चुनाव कैसे लगाएं पैसे? करना है। यह कदम कभी-कभी सबसे लंबा समय ले सकता है, और आपके पास किस तरह के फुटबॉल सट्टेबाजी के अनुभव के संदर्भ में सबसे महत्वपूर्ण है।

ऐसे कई कारक हैं जो इस निर्णय में शामिल होने चाहिए, और फ़ुटबॉल सट्टेबाजी साइट का चयन करना महत्वपूर्ण है, जिसमें बैंकिंग विकल्प हैं जो आपके द्वारा उपयोग की जाने वाली योजना के अनुकूल हैं।

अपना बेटिंग अकाउंट बनाएं

फुटबॉल बेटिंग ऐप या साइट का चुनाव करने के बाद अब जब आपने यह चुन लिया है कि आप किस फ़ुटबॉल सट्टेबाजी साइट का उपयोग करने जा रहे हैं, तो आपको एक खाता बनाने की आवश्यकता होगी। इसमें आमतौर पर अधिक समय नहीं लगता है, और इसके लिए आपसे कुछ बुनियादी जानकारी की आवश्यकता होती है।

जब आपने सारी जानकारी दर्ज कर ली है, तो फ़ुटबॉल सट्टेबाजी साइट आपको स्वचालित रूप से अगले पृष्ठ पर पुनर्निर्देशित कर देगी, जहाँ आप एक जमा विधि चुन सकते हैं जो आपके लिए सबसे उपयुक्त हो। यदि आपको पुनर्निर्देशित कैसे लगाएं पैसे? नहीं किया गया है, तो बस साइट के बैंकिंग पृष्ठ की तलाश करें, या अपने उपयोगकर्ता प्रोफ़ाइल पर नेविगेट करके पता करें कि आप अपने खाते में धन कहाँ लोड कर सकते हैं।

जमा करने का तरीका चुनें

असली पैसे के लिए ऑनलाइन फ़ुटबॉल पर दांव लगाने का तरीका सीखने की दिशा में अगला कदम अपनी जमा पद्धति का चयन करना है। जमा करने के तरीकों की सूची, जिसे साइट स्वीकार करती है, उनके बैंकिंग पृष्ठ पर सूची प्रारूप में आसानी से मिलनी चाहिए, और इनमें से चुनने के लिए दर्जनों विभिन्न विकल्प शामिल हो सकते हैं।

आपको केवल यह चुनने की ज़रूरत है कि आप अपने खाते में धन लोड करने के लिए किस जमा पद्धति का उपयोग करना चाहते हैं (जब आप अधिक धनराशि जोड़ना चाहते हैं तो आप बाद में हमेशा एक अलग विधि चुन सकते हैं)।

अपने खाते में पैसा जमा करें

आपकी वांछित जमा पद्धति के चयन के साथ, आपको कुछ जानकारी प्रदान करने के लिए कहा जाएगा, जैसे कि वह राशि जिसे आप जमा करना चाहते हैं, साथ ही आपकी जमा जानकारी के लिए व्यक्तिगत विवरण भी।

एक बार जब आप वह राशि दर्ज कर लेते हैं जिसे आप जमा करना चाहते हैं, तो आपको पृष्ठ के निचले भाग में अतिरिक्त जानकारी प्रदान करनी होगी, जैसे कि आपका कार्ड नंबर और उसकी समाप्ति तिथि। उसके बाद जानकारी दर्ज करने के बाद, आप जमा बटन पर क्लिक कर सकते हैं और अपने धन के जोड़े जाने की प्रतीक्षा कर सकते हैं।

अपना दांव लगाएं

अब जब आपके सट्टेबाजी खाते में पैसा लोड हो गया है, तो आप वास्तव में अपना दांव लगाना शुरू कर सकते हैं। यदि आप सप्ताहांत के आगामी एनएफएल खेलों पर दांव लगाने की योजना बना रहे थे, तो आपका सट्टेबाजी। अब आप फुटबॉल पर बेट लगाएं।

जब आप एक ऐसा गेम देखते हैं जिस पर आप दांव लगाना चाहते हैं, तो आपको बस उस वर्ग पर क्लिक करना है जिस पर आप दांव लगाना चाहते हैं। उदाहरण के लिए, मान लें कि आप कुल योग पर दांव लगाना चाहते हैं और कैरोलिना पैंथर्स और एरिज़ोना कार्डिनल्स दोनों पर अधिकार करना चाहते हैं। आपको बस उन्हें अपनी बेट स्लिप में जोड़ने के लिए बक्सों पर क्लिक करना है।

अपनी जीत ले लीजिए

इस बिंदु पर, आपने अपनी फ़ुटबॉल सट्टेबाजी साइट का चयन किया है, एक खाता बनाया है, एक जमा पद्धति का चयन किया है, अपने खाते में धन जोड़ा है, और अपना दांव लगाया है। और क्या छोड़ा जा सकता था? यह सही है – आपको अपनी जीत हासिल करने की जरूरत है।

एक बार खेल खत्म हो जाने के बाद आपको अपने खाते में वापस देखना चाहिए कि आपने कितना पैसा जीते या खो दिया। यदि आप अपने दांव जीते हैं, तो आप कैसे लगाएं पैसे? उन पर दावा करने में सक्षम होंगे और जीत को आपके बेटिंग बैलेंस में स्थानांतरित कर देंगे। यदि आप हार गए हैं, तो दुर्भाग्य से आपको अपने नुकसान को निगलना होगा और अपने अगले दांव की योजना सावधानीपूर्वक तैयार करनी होगी।

NPS में SIP के जरिये कैसे लगाएं पैसा, थोड़ी सजगता से बन सकता है करोड़ों का फंड

News18 हिंदी लोगो

News18 हिंदी 07-11-2022 News18 Hindi

© News18 हिंदी द्वारा प्रदत्त "NPS में SIP के जरिये कैसे लगाएं पैसा, थोड़ी सजगता से बन सकता है करोड़ों का फंड"

नई दिल्ली. नेशनल पेंशन सिस्टम (National Pension System-NPS) एनपीएस में म्‍यूचुअल फंड (Mutual Fund) की तरह ही सिस्‍टैमेटिक इनवेस्‍टमेंट प्‍लान (Systematic Investment Plan- SIP) के जरिए निवेश किया जा सकता है. एनपीएस एक रिटायरमेंट योजना है. एनपीएस की शुरुआत जनवरी 2004 में सरकारी कर्मचारियों के लिए की गई थी, लेकिन 2009 में इसे सभी वर्गों के लिए खोल दिया गया.

एनपीएस में कामकाजी उम्र के दौरान नियमित तौर पर योगदान किया जा सकता है. इसके बाद 60 साल की उम्र पूरी होने पर जमा हुए फंड के हिस्से को वह एक बार में निकाल सकते हैं और बची हुई राशि से वह नियमित तौर पर पेंशन प्राप्‍त की जा सकती है. पेंशन फंड रेगुलेटरी अथॉरिटी (PFRDA) ने डायरेक्ट रेमिटेंस (D-Remit) की सुविधा प्रदान करता है. इसके जरिए निवेशक एनपीएस में सिप के जरिए निवेश कर सकते हैं. निवेशक इस सुविधा का लाभ रेगुलर और तय अवधि के हिसाब से चुन सकता है.

दो तरीकों से कर सकते हैं SIP

एनपीएस खाते के लिए एसआईपी शुरू करने के दो तरीके हैं. पहला तरीका है कि आप उस बैंक (पीओपी-प्वाइंट ऑफ प्रेजेंस) से संपर्क करें जिसमें आपने अपना एनपीएस खाता खोला है. बैंक को आपको अपने एनपीएस खाते में समय-समय पर एक निश्चित राशि निवेश करने की अनुमति देनी होगी. इसके अलावा डायरेक्ट रेमिटेंस के जरिए भी सिप किया जा सकता है. यह सुविधा सभी एनपीएस सब्सक्राइबर्स के लिए उपलब्‍ध है. D-Remit के जरिए टियर -1 और टियर -2 अकाउंट्स के लिए न्यूनतम 500 रुपये की लिमिट तय की गई है. साथ ही टियर -1 और टियर -2 खाते के लिए वर्चुअल ID भी यूनीक होती है.

D-Remit के जरिए सिप ऐसे शुरू करें

नेट बैंकिंग के जरिए ये चुन सकते हैं कि आपको ऑटो डेबिट की सुविधा लेनी है या नहीं. आप ये भी चुन सकते हैं कि आपको मासिक योगदान करना है या तिमाही.

डी-रेमिट के फायदे

डी-रेमिट सुविधा से आप सीधे अपने एनपीएस खातों में धन हस्तांतरित कर सकते हैं. इसका एक लाभ यह है कि ग्राहक अपने निवेश के लिए एक ही दिन का NAV प्राप्त कर सकते हैं. म्यूचुअल फंड सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान की तरह सब्सक्राइबर अपने बैंकिंग प्लेटफॉर्म के रिकरिंग ऑप्शन का उपयोग करके अपने बैंक खाते से सीधे एनपीएस खाते में अंशदान कर सकते हैं. किसी भी बैंक कार्य दिवस पर सुबह 9:30 बजे तक एनपीएस खाते में प्राप्त धन को उसी दिन निवेश माना जाता है. सुबह 9.30 बजे के बाद प्राप्त अंशदान का निवेश अगले कार्य दिवस में किया जाता है.

Crypto Trading : कैसे करते हैं क्रिप्टोकरेंसी में निवेश और कैसे होती है इसकी ट्रेडिंग, समझिए

Crypto Trading : क्रिप्टोकरेंसी ट्रेड ब्लॉकचेन तकनीक पर काम करती है और निवेश को सुरक्षित रखने के लिए एन्क्रिप्शन कोड का इस्तेमाल करती है. आप अपने क्रिप्टो टोकन या तो सीधे बायर को बेच सकते हैं या फिर ज्यादा सुरक्षित रहते हुए एक्सचेंज पर ट्रेडिंग कर सकते हैं.

Crypto Trading : कैसे करते हैं क्रिप्टोकरेंसी में निवेश और कैसे होती है इसकी ट्रेडिंग, समझिए

Cryptocurrency Trading : क्रिप्टोकरेंसी में निवेश को लेकर है बहुत से भ्रम. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

क्रिप्टोकरेंसी (कैसे लगाएं पैसे? Cryptocurrency) एन्क्रिप्शन के जरिए सुरक्षित रहने वाली एक डिजिटल करेंसी है. माइनिंग के जरिए नई करेंसी या टोकन जेनरेट किए जाते हैं. माइनिंग का मतलब उत्कृष्ट कंप्यूटरों पर जटिल गणितीय समीकरणों को हल करने से है. इस प्रक्रिया को माइनिंग कहते हैं और इसी तरह नए क्रिप्टो कॉइन जेनरेट होते हैं. लेकिन जो निवेशक होते हैं, वो पहले से मौजूद कॉइन्स में ही ट्रेडिंग कर सकते हैं. क्रिप्टो मार्केट में उतार-चढ़ाव का कोई हिसाब नहीं रहता है. मार्केट अचानक उठता है, अचानक गिरता है, इससे बहुत से लोग लखपति बन चुके हैं, लेकिन बहुतों ने अपना पैसा भी उतनी ही तेजी से डुबोया है.

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अगर आपको क्रिप्टो ट्रेडिंग को लेकर कुछ कंफ्यूजन है कि आखिर यह कैसे काम करता है, तो आप अकेले नहीं हैं. बहुत से लोग यह समझने की कोशिश कर रहे हैं कि वर्चुअल करेंसी में कैसे निवेश करें. हम इस एक्सप्लेनर में यही एक्सप्लेन करने की कोशिश कर रहे हैं कि आप क्रिप्टोकरेंसी में कैसे निवेश कर सकते हैं, और क्या आपको निवेश करना चाहिए.

क्रिप्टोकरेंसी क्या है?

क्रिप्टोकरेंसी क्या है, ये समझने के लिए समझिए कि यह क्या नहीं है. यह हमारा ट्रेडिशनल, सरकारी करेंसी नहीं है, लेकिन इसे लेकर स्वीकार्यता बढ़ रही है. ट्रेडिशनल करेंसी एक सेंट्रलाइज्ड डिस्टिब्यूशन यानी एक बिंदु से वितरित होने वाले सिस्टम पर काम करती है, लेकिन क्रिप्टोकरेंसी को डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नॉलजी, ब्लॉकचेन, के जरिए मेंटेन किया जाता है. इससे इस सिस्टम में काफी पारदर्शिता रहती है, लेकिन एन्क्रिप्शन के चलते एनॉनिमिटी रहती है यानी कि कुछ चीजें गुप्त रहती हैं. क्रिप्टो के समर्थकों का कहना है कि यह वर्चुअल करेंसी निवेशकों को यह ताकत देती है कि आपस में डील करें, न कि ट्रेडिशनल करेंसी की तरह नियमन संस्थाओं के तहत.

क्रिप्टो एक्सचेंज का एक वर्चुअल माध्यम है. इसे प्रॉडक्ट या सर्विस खरीदने के लिए इस्तेमाल में लिया जा सकता है. जो क्रिप्टो ट्रांजैक्शन होते हैं. उन्हें पब्लिक लेज़र यानी बहीखाते में रखा जाता है और क्रिप्टोग्राफी से सिक्योर किया जाता है.

क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग कैसे होती है?

इसके लिए आपको पहले ये जानना होगा कि यह बनता कैसे है. क्रिप्टो जेनरेट करने की प्रक्रिया को माइनिंग कहते हैं. और ये काम बहुत ही उत्कृष्ट कंप्यूटर्स में जटिल क्रिप्टोग्राफिक इक्वेशन्स यानी समीकरणों को हल करके किया जाता है. इसके बदले में यूजर को रिवॉर्ड के रूप में कॉइन मिलती है. इसके बाद इसे उस कॉइन के एक्सचेंज पर बेचा जाता है.

bitcoins 650

कौन कर सकता है ट्रेडिंग?

ऐसे लोग जो कंप्यूटर या टेक सैवी नहीं हैं, वो कैसे क्रिप्टो निवेश की दुनिया में प्रवेश कर सकते हैं? ऐसा जरूरी नहीं है कि हर निवेशक क्रिप्टो माइनिंग करता है. अधिकतर निवेशक बाजार में पहले से मौजूद कॉइन्स या टोकन्स में ट्रेडिंग करते हैं. क्रिप्टो इन्वेस्टर बनने के लिए माइनर बनना जरूरी नहीं है. आप असली पैसों से एक्सचेंज पर मौजूद हजारों कॉइन्स और टोकन्स में से कोई भी खरीद सकते हैं. भारत में ऐसे बहुत सारे एक्सचेंज हैं तो कम फीस या कमीशन में ये सुविधा देते हैं. लेकिन यह जानना जरूरी है कि क्रिप्टो में निवेश जोखिम भरा है और मार्केट कभी-कभी जबरदस्त उतार-चढ़ाव देखता है. इसलिए फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स निवेशकों से एक ही बार में बाजार में पूरी तरह घुसने की बजाय रिस्क को झेलने की क्षमता रखने की सलाह देते हैं.

यह समझना भी जरूरी है कि सिक्योर इन्वेस्टमेंट, सेफ इन्वेस्टमेंट नहीं होता है. यानी कि आपका निवेश ब्लॉकचेन में तो सुरक्षित रहेगा लेकिन बाजार में उतार-चढ़ाव का असर इसपर होगा ही होगा, इसलिए निवेशकों को पैसा लगाने से पहले जरूरी रिसर्च करना चाहिए.

क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल क्या है?

यह डिजिटल कॉइन उसी तरह का निवेश है, जैसे हम सोने में निवेश करके इसे स्टोर करके रखते हैं. लेकिन अब कुछ कंपनियां भी अपने प्रॉडक्ट्स और सर्विसेज़ के लिए क्रिप्टो में पेमेंट को समर्थन दे रही हैं. वहीं, कुछ देश तो इसे कानूनी वैधता देने पर विचार कर रहे हैं.

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