Published at : 23 Jan 2022 12:55 PM (IST) Tags: Bitcoin Cryptocurrency market cryptocurrency news हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: News in Hindi

बिटकॉइन क्या है बिटकॉइन के फायेदे किसने बनाया और कैसे खरीदें | Bitcoin In Hindi

Bitcoin Kya Hai In Hindi: बिटकॉइन का नाम तो आप लोगों ने जरुर सुना होगा, क्योंकि आज के समय में यह Crptocurrency बहुत चर्चा में है इसलिए सभी लोग बिटकॉइन के बारे में जानना चाहते हैं. बिटकॉइन या टेक्नोलॉजी में रूचि रखने वाले लोग अक्सर इंटरनेट पर सर्च करते हैं कि Bitcoin क्या होता है.

अगर आपको भी बिटकॉइन के बारे में जानना है तो यह लेख आपके लिए ही है. हमने इस लेख के द्वारा कोशिस की है कि आपको बिटकॉइन के बारे में पूरी जानकारी प्रदान करा सकें.

इस लेख में आपको जानने को मिलेगा कि Bitcoin क्या है इन हिंदी, बिटकॉइन का आविष्कार किसने किया, बिटकॉइन का उपयोग कहाँ किया जाता है, आप कैसे एक बिटकॉइन खरीद सकते हैं, बिटकॉइन के फायदे और नुकसान क्या हैं और क्या भारत में बिटकॉइन लीगल है.

Bitcoin क्या है (What Is Bitcoin In Hindi) कैसे काम करता है ! और कैसे खरीदा जा सकता है

बिटकॉइन क्या है, और इसे कैसे ख़रीदे, फायेदे, फैक्ट्स, रिलीज़ डेट, सिंबल, सातोशी नाकामोटो, बिटकॉइन माइनिंग, (What is Bitcoin in Hindi, How to buy bitcoin, Release Date, bitcoin facts, Satoshi Nakamoto, )

Bitcoin क्या है (What Is Bitcoin In Hindi) कैसे काम करता है ! और कैसे खरीदा जा सकता है

बिटकॉइन एक क्रिप्टोकरेंसी है और यह डिजिटल करेंसी (Digital Currency) है जिसे हम कभी देख नही सकते, और ना ही अपने हाथों में ले सकते। यह एक इलेक्ट्रॉनिक कैश सिस्टम है और यह Blockchain Technology पर Based है और बिटकॉइन ऐसी पहली Cryptocurrency है जिसे हम कोई भी उपयोगी वस्तु को खरीद सकते है, और बिटकॉइन का आसानी से लेन-देन भी किया जा सकता है बिटकॉइन का निर्माण सातोशी नाकामोटो व्यक्ति नामक द्वारा 9 जनवरी 2009 को किया गया था।

“Bitcoin बैन से निवेशकों का बड़ा नुकसान, सरकार चाहे तो है समाधान”

वीडियो एडिटर: संदीप सुमन

विश्व की सर्वाधिक प्रचलित क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन लगातार खबरों में है. टेस्ला के निवेश के बाद बिटकॉइन का भाव नए नई उचाईयों पर पहुंचा है. हालांकि भारत के निवेशकों में डिजिटल करेंसी में निवेश को लेकर दुविधा बनी हुई है. बिटकॉइन पर संभावित बैन को लेकर जेबपे के पूर्व CEO और एंजल इन्वेस्टर अजित खुराना ने बिटकॉइन के फायेदे क्विंट से बातचीत में अनेक अहम पहलुओं को स्पष्ट किया. आइए देखते हैं बातचीत का सार-

सरकार द्वारा बिटकॉइन जैसी मुद्राओं पर बैन के विचार से निवेशकों में अनिश्चितता, भय और आशंका का माहौल है.

बिटकॉइन को लेकर क्यों हैं सरकार चिंतित?

किसी भी क्रिप्टोकरेंसी को लेकर सरकारों के समक्ष दो बड़ी चिंताएं हैं.

सरकार की क्या है योजना?

भारत सरकार द्वारा बिटकॉइन समेत सारी क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध के स्पष्ट संकेत हैं. आने वाले दिनों में ऐसी मुद्राओं को पूरी तरह से प्रतिबंधित करने के लिए बजट सत्र में ही सरकार 'क्रिप्टोकरेंसी एंड रेगुलेशन ऑफ डिजिटल ऑफिशियल करेंसी बिल, 2021' लाने की तैयारी में है. वर्तमान निवेशकों को अपने निवेश से निकलने के लिए 90 से 180 दिए जाने की उम्मीद की जा रही है. इस अवधि में निवेशक बिटकॉइन को विदेशी बाजारों में बेच सकते हैं या विदेश में किसी संबंधी, मित्र, इत्यादि को ट्रांसफर कर सकते हैं. इसके अलावा अपनी क्रिप्टोकरेंसी को सेल्फ कस्टडी वॉलेट में भी लिया जा सकता है.

सरकार की डिजिटल करेंसी को लेकर चिंता सही है, लेकिन इसका समाधान पूर्ण प्रतिबंध नहीं है. इसके बदले कठोर नियंत्रण का रास्ता अपनाया जा सकता है.

  • सरकारी नियंत्रण की कमी के बावजूद सरकार आसानी से जरूरत के समय पैन कार्ड और आधार की सहायता से बिटकॉइन के ट्रांजैक्शन्स को ट्रैक (track) कर सकती है. वर्तमान में भी बिटकॉइन में निवेश की सुविधा देने वाले सारे प्लेटफार्म निवेशकों से KYC जानकारी मांगते हैं. ऐसे एक्सचेंजेस के लिए सरकार गाइडलाइन्स बना सकती है. इस सिस्टम के अच्छे इस्तेमाल से काफी चिंताओं से बचा जा सकता है.
  • ड्रग्स, हथियार या अन्य ऐसे वस्तुओं की खरीद तो सरकार द्वारा नियंत्रित करेंसी और गोल्ड, इत्यादि से भी होती है. क्या इन सब मुद्राओं को बंद कर देना चाहिए? हमें FATF, G-20 देशों इत्यादि को अध्ययन करना चाहिए और फिर जरूरी चीजें अपनाई जा सकती है.

इस चिंता को अवसर में कैसे तब्दील किया जाए?

ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी, आर्टिफिशल इंटेलिजेंश और मशीन लर्निंग की तरह ही भविष्य के तौर पर दिखती है. 30 वर्ष पहले जैसे इंटरनेट नया था उसी तरह अभी क्रिप्टो टेक्नोलॉजी तुलनात्मक तौर पर नई है. IT कंपनियों को सही सहायता से हम इंफोसिस, TCS जैसी अग्रणी कंपनियां खड़ी कर पाए हैं. अगर हम चाहे तो बिटकॉइन के मामले में भी ऐसा कमाल हो सकता है. हर कंपनी, छोटा से छोटा प्लैटफार्म रोजगार सृजन में अहम हो सकता है. हमें इस अवसर को जाने नहीं देना चाहिए.

बिटकॉइन के बारे में जान लीजिए ये 5 बातें, लग सकता है टैक्स और GST

Cryptocurrency News: बिटकॉइन में आई बड़ी गिरावट, रिकॉर्ड हाई 50% तक लुढ़का Bitcoin, यह है इसका कारण

By: ABP Live | Updated at : 23 Jan 2022 12:55 PM (IST)

Edited By: mukeshb

Bitcoin Market Crash: पिछले कुछ समय से क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया (Cryptocurrency Market) में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है. दुनिया की सबसे बड़ी डिजिटल करेंसी (Digital Currency) बिटकॉइन (Bitcoin) समेत अन्य कई क्रिप्टकरेंसी में लगातार भारी गिरावट दर्ज की जा रही है. शनिवार यानी 22 जनवरी के दिन बिटकॉइन को जबरदस्त गिरावट (Crypto market crash) का सामना करना पड़ा. साल 2021 के नबंबर में यह पीक पर था लेकिन, तब से अब तक इसमें लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है. इसके मार्केट वैल्यू (Market Value of Bitcoin) में 600 बिलियन डॉलर से अधिक की गिरावट दर्ज की गई है. वहीं इसके कुल क्रिप्टो मार्केट को 1 ट्रिलियन डॉलर से अधिक का नुकसान हुआ है. यह बिटकॉइन और टोटल क्रिप्टो मार्केट (Total Cryptocurrency Market) के लिए बहुत बड़ा लॉस है. इसके साथ ही डॉलर के संदर्भ में भी यह बहुत बड़ा नुकसान है.

बिटकॉइन (Bitcoin) बिटकॉइन के फायेदे क्या है यह कैसे काम करता है, जानिए इसके बारे में विस्तार से

bitcoin kya hai

बिटकॉइन (Bitcoin) एक डिजिटल करेंसी (Digital Currency) है।जिसे आप आम भाषा मे इंटरनेट करेंसी भी कह सकते है। इस करेंसी को हम घर या अपने वायलेट में संग्रहित कर नही रख सकते हैं। क्योंकि यह किसी प्रकार का सिक्का(कॉइन) और नोट नही है। इसको आप सिर्फ ऑनलाइन (online) माध्यम से उपयोग में ले सकते हैं। बिटकॉइन एक Decentralized की भांति है।मतलब की इस करेंसी को कंट्रोल करने के लिए कोई बैंक या अथॉरिटी नही होती।

यह peer to peer network बेस पर काम करता है। और बिटकॉइन उपभोक्ता इस पर विश्वास करते हैं कि यह एक करेंसी है। इस तरह से ये एक वैश्विक मुद्रा (global currency) बन गया है। बिटकॉइन (Bitcoin) के जन्मदाता संतोषी नाकोमोटो (Santoshi Nakomoto) थे।जिन्होंने वर्ष 2009 में इसका अविष्कार किया था। जिसके बाद से यह पॉपुलर करेंसी बन गया।

रेटिंग: 4.50
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 188