· वाणिज्यिक बिल बाजार- इस बाजार का प्रयोग कृषि एवं औद्योगिक वस्तुओं घरेलू एवं विदेशी वस्तुओं को बाजार में लाने तथा भण्डारण के वित्तीयन के लिए किया जाता है।
'भारतीय पूंजी बाजार'
बाजार नियामक सेबी ने शुक्रवार को विदेशी निवेशकों से पूंजी जुटाने के संदर्भ में वैकल्पिक निवेश कोषों (एआईएफ) के लिए एक नियामकीय प्रारूप जारी किया. भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने अपने एक परिपत्र में नए दिशानिर्देश जारी करते हुए कहा कि इसे तत्काल प्रभाव से लागू किया जा रहा है. इसके तहत एआईएफ भारतीय, विदेशी या अनिवासी भारतीयों से यूनिट जारी कर कोष जुटा सकते हैं.
रेयर एंटरप्राइजेज समर्थित कॉनकॉर्ड बायोटेक और दक्षिण भारत के एक प्रमुख क्षेत्रीय आभूषण ब्रांड वैभव जेम्स एन को भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) से आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के जरिये पूंजी जुटाने की मंजूरी मिल गई है. दोनों कंपनियों ने अगस्त और सितंबर के बीच बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास आईपीओ के लिए शुरुआती दस्तावेज जमा कराये थे.
Dollar vs Rupee Rate Today: विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि घरेलू शेयर बाजार में कमजोरी और विदेशी पूंजी की निकासी से स्थानीय मुद्रा प्रभावित हुई और उसमें बढ़त सीमित रही है.
एफपीआई ने दिसंबर में अब तक घरेलू पूंजी बाजार से 244 करोड़ रुपए की निकासी की
आर्थिक आंकड़ों में गिरावट के बीच विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने घरेलू पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल बन गए।
अक्टूबर में P-Notes के जरिये निवेश बढ़कर 76,773 करोड़ रुपए पर पहुंचा, 4 माह की गिरावट के बाद आया उछाल
भारतीय पूंजी बाजार में पार्टिसिपेटरी नोट्स (पी नोट्स) के जरिये अक्टूबर में निवेश मामूली बढ़कर 76,773 करोड़ रुपए पर पहुंच गया।
एफपीआई ने नवंबर में भारतीय पूंजी बाजारों में 19,203 करोड़ रुपए डाले
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने नवंबर के पहले भारत में पूँजी बाजार 15 दिन में घरेलू पूंजी बाजारों में 19,203 करोड़ रुपए का निवेश किया है।
विदेशी निवेश: 1 से 12 जून तक विदेशी निवेशकों ने भारत के पूंजी बाजार में 20,574 करोड़ रुपए का निवेश किया
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने 1 से 12 जून तक भारतीय पूंजी बाजार में 20,574 करोड़ रुपए का निवेश किया है। वैश्विक बाजार में नकदी बढ़ने पर विदेशी निवेशक उभरते बाजारों में पैसा लगा रहे हैं इसलिए भारतीय बाजार में भी विदेशी निवेश में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। डिपॉजिटरी के ताजा आंकड़ों के मुताबिक इस अवधि में एफपीआई ने भारत के शेयर बाजार में 22,840 करोड़ रुपए का शुद्ध निवेश किया। इसी अवधि में उन्होंने डेट बाजार में 2,266 करोड़ रुपए की शुद्ध बिक्री कर दी। दोनों को मिलाकर उन्होंने इस दौरान भारतीय पूंजी बाजार (शेयर और डेट बाजार) में 20,574 करोड़ रुपए का शुद्ध निवेश किया।
भारत का वित्तीय बाजार
NCERT कक्षा- 12 की व्यष्टि अर्थशास्त्र के अध्याय- 5 ( नई व पुरानी NCERT) उपभोक्ता एवं फर्म के व्यवहार को कीमत के रूप में दर्शाया जाता है। वित्तीय बाजार को ऐसी स्थिति के रूप में परिभाषित किया जाता है , जहाँ बाजार में भारत में पूँजी बाजार सभी उपभोक्ताओं तथा फर्म की योजना को सुमेलित करके बाजार में उतारा जाता हैं।
वित्तीय बाजार के अंतर्गत हम कई प्रमुख वित्तीय संस्थानों के बारे में पढ़ते हैं। जैसे- इरडा- भारत सरकार के वित्त मंत्रालय का उपक्रम है
वित्तीय बाजार के प्रमुख कार्य निम्नलिखित हैं
1. निवेशको एवं ऋणियों के मध्य आपसी समझौता करवाना।
2. वित्तीय भारत में पूँजी बाजार संम्पति के लेनदेन को सुरक्षा प्रदान करना।
3. निवेशको के वित्तीय सम्पति के विक्रय को तरलता बनाना।
4. यह लेनदेनों डेव संबधित सूचना की न्यूनतम लागत सुनिश्चित करना।
भारत का वित्तीय बाजार
सरकारी उद्यमों का विनिवेश
सरकार अर्थव्यवस्था में तेजी लाने के लिए कई कदम उठा रही है. हालांकि, कॉर्पोरेट टैक्स दरों में कटौती, जीएसटी दरों में गिरावट और अन्य कई राहत पैकेजों के चलते राजकोषीय दबाव बढ़ रहा है. माना जा रहा है कि राजकोषीय घाटा तय लक्ष्य से ज्यादा रहेगा.
ऐसे में घाटे को कम करने के लिए सरकार अपने नियंत्रण वाली कंपनियों को बेच सकती है. इसके अलावा कई क्षेत्रों में निजीकरण भी एक बेहतरीन विकल्प साबित हो सकता है.
ग्रामीण खपत पर भारत में पूँजी बाजार जोर
भारत हमेशा से ही कृषि प्रधान देश रहा है. इस बात पर मुहर साल 2019 में भी लगी. कम उत्पादन और गिरते भाव के चलते ग्रामीण अय कम हुई, जिससे खपत पर बुरा असर पड़ा. उम्मीद थी कि न्यूनतम समर्थन मूल्य और सब्सिडी को सीधा खाते में पहुंचाने से लाभ होगा.
मगर इससे ज्यादा राहत नहीं मिली. अब सरकार निजी आयकर के स्लैब को कम करने की तरफ देख सकती है, ताकि लोगों के हाथों में खर्च के लिए ज्यादा पैसा बचे.
पूंजी बाजार के सुधार
शेयर बाजार को मजबूती देने के लिए कई सुधार पेश हो चुका हैं. उदाहरण के लिए भारत बॉन्ड ईटीएफ को लॉन्च करना और ईपीएफओ के आय को इंडेक्स फंडों में निवेश करने से बाजार को मजबूती मिली है. इस दौरान, कई अन्य ठोस प्रोडक्ट लॉन्च किए गए हैं. संभव है कि विदेशी निवेश को आकर्षित करने के लिए कुछ ऐलान होंगे.
विदेशी निवेश के नियमों में रियायत
बीते कई सालों से भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) तेजी से बढ़ा है. सरकार यह ग्रोथ बनाए रखने पर जोर देगी ताकि कारोबार करने की सरलता (ईज ऑफ डूइंग बिजनेस) को बरकरार रखा जा सके. साथ ही कई नए क्षेत्रों में निवेश निवेश के नियमों ढील देकर नए निवेश को न्यौता दिया जा सकता है.
Web Title : budget-2020-here-is-what-dalal-street-expects-from-modi-government
Hindi News from Economic Times, TIL Network
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