12वीं पास सरगना ने बड़े-बड़ों को ठगा

Forex Card: कौन ले सकता है फॉरेक्‍स कार्ड, क्‍या हैं इसके फायदे और कितना देना होगा चार्ज; जानिए सबकुछ

एक मुद्रा को दूसरी मुद्रा में बदलने की सुविधा के बारे में

एक मुद्रा को दूसरी मुद्रा में बदलने की सुविधा से, अपने प्रॉडक्ट को ज़्यादा देशों तक पहुंचाया जा सकता है. यह खास तौर पर आपके लिए तब अहम हो सकता है, जब एक से ज़्यादा देशों में अपने प्रॉडक्ट बेचे और शिप किए जाते हैं. हालांकि, आपकी वेबसाइट पर हर देश की मुद्रा के लिए अलग प्रॉडक्ट पेज नहीं होते हैं. Merchant Center के सभी खातों में एक मुद्रा को दूसरी मुद्रा में बदलने की सुविधा अपने-आप चालू रहती है. बस वे प्रॉडक्ट और कीमतें सबमिट करें जो आपकी वेबसाइट पर इस्तेमाल की जाती हैं. इसके बाद, टूल आपके लिए विज्ञापनों में एक मुद्रा को दूसरी मुद्रा में बदले जाने का अनुमान लगा लेगा.

इस लेख में बताया गया है कि एक मुद्रा को दूसरी मुद्रा में बदलने की सुविधा कैसे काम करती है.

फ़ायदे

  • आपके प्रॉडक्ट के विज्ञापनों को आपकी वेबसाइट में बिना कोई बदलाव किए, अपने-आप दूसरे देश में दिखाती है. जिस देश में सामान बेचा जा रहा है अगर आपके पास उसकी मुद्रा स्वीकार करने की सुविधा नहीं है, तो एक मुद्रा से दूसरी मुद्रा में बदलने की सुविधा से आपको अपनी पहुंच बढ़ाने में मदद मिलती है.

एक मुद्रा से दूसरी मुद्रा में बदलने की सुविधा, आपके प्रॉडक्ट डेटा में दी गई कीमत को अपने-आप टारगेट किए गए नए देश की मुद्रा में बदल देती है. साथ ही, आपके विज्ञापनों और मुफ़्त में दिखाई जाने वाली प्रॉडक्ट लिस्टिंग में दोनों कीमतें दिखती हैं. इससे आपकी लिस्टिंग और विज्ञापन, दूसरे देशों के लोगों को भी समझ में आ जाते हैं. साथ ही, कम से कम बदलाव करके, अपनी मौजूदा वेबसाइट और लैंडिंग पेजों का इस्तेमाल करना जारी रखा जा सकता है.

अगर अपने कैंपेन में, टारगेट किए गए देश की मुद्रा से अलग मुद्रा में कीमतें दी जाती हैं, तो कीमतें अपने-आप बदल जाएंगी और स्थानीय मुद्रा में दिखेंगी.

नीति और ज़रूरी शर्तें

उपयोगकर्ताओं को आपकी मुफ़्त में दिखाई जाने वाली लिस्टिंग और विज्ञापन, उनकी मुद्रा से अलग मुद्रा में दिखते हैं. इसलिए, विदेशी मुद्रा में पैसा कैसे बनाया जाता है? उन्हें लग सकता है कि वे किसी दूसरे देश की कंपनी या व्यापारी से खरीदारी कर रहे हैं. लोगों के अनुभव को एक जैसा रखने के लिए, आपको उस देश की कीमत और टैक्स से जुड़ी ज़रूरी शर्तों का पालन करना होगा जिसकी मुद्रा का इस्तेमाल आपके प्रॉडक्ट डेटा में हुआ है.

उदाहरण के लिए, अगर आपका प्रॉडक्ट डेटा अमेरिकी डॉलर में सबमिट किया गया है और आपकी वेबसाइट अमेरिकी डॉलर में शुल्क ले रही है, तो आपको अमेरिका की कीमत और टैक्स से जुड़ी ज़रूरी शर्तों का पालन करना होगा. दूसरी सभी ज़रूरी शर्तों के बारे में जानने के लिए, उस देश की स्थानीय ज़रूरी शर्तें देखें.

विदेशी मुद्रा भंडार ने फिर बनाया रिकॉर्ड, जानिए भारत के लिए कैसे है लाभदायक

विदेशी मुद्रा भंडार

देश का विदेशी मुद्रा भंडार 31 जुलाई को समाप्त सप्ताह के दौरान 11.94 अरब डॉलर की जोरदार वृद्धि के साथ 534.57 अरब डॉलर के रिकॉर्ड सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया है। भारतीय रिजर्व बैंक के ताजा आंकड़ों में यह जानकारी दी गई।

13.4 माह के आयात खर्च के बराबर
गुरुवार को मौद्रिक नीति की घोषणा करते हुए भारतीय रिजर्व बैंक विदेशी मुद्रा में पैसा कैसे बनाया जाता है? के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि 534.57 अरब डॉलर का विदेशी मुद्रा भंडार 13.4 माह के आयात खर्च के बराबर है। उन्होंने कहा था कि वित्त वर्ष 2020-21 में अभी तक (31 जुलाई तक) मुद्रा भंडार में 56.8 अरब डॉलर की वृद्धि हुई है।

विदेशी मुद्रा व्यापार में करोड़ों की ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश

विदेशी मुद्रा व्यापार में करोड़ों की ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश

नोएडा, वरिष्ठ संवाददाता। साइबर थाना पुलिस ने फॉरेक्स ट्रेडिंग (विदेशी मुद्रा के व्यापार) में निवेश कर मोटी कमाई का झांसा देकर करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले गिरोह का मंगलवार को पर्दाफाश किया है। गिरोह के सरगना को मध्यप्रदेश के देवास से गिरफ्तार किया गया। गिरोह देश के कई राज्यों में करीब 500 लोगों के साथ धोखाधड़ी कर चुका है। पुलिस को अबतक 15 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी का रिकॉर्ड मिल चुका है। गाजियाबाद के जीएसटी विभाग से सेवानिवृत्त कमिश्नर से भी इस गिरोह ने 15 लाख रुपये ठगे थे।

सेवानिवृत्त कमिश्नर ने फॉरेक्स ट्रेडिंग में पैसा निवेश करने का झांसा देकर रुपये ठगने का मुकदमा दर्ज कराया था। साइबर क्राइम थाना प्रभारी रीता यादव ने बताया कि इसकी जांच शुरू की गई तो इस गिरोह का पता चला। सरगना शोएब मंसूरी को देवास की शिमला कॉलोनी से गिरफ्तार किया गया। शोएब ने गिरोह के अन्य साथियों के साथ मिलकर पीड़ित से 15 लाख रुपये ठगे थे। आरोपी के बैंक खाते में जमा करीब सात लाख रुपये फ्रीज कर दिया गया है। पुलिस ने उससे दो मोबाइल फोन जब्त किया है।

विदेश भेजने हैं तो जान ले ये जरूरी नियम… वरना हो सकती है बड़ी परेशानी…मिल सकता है नोटिस

विदेश भेजने हैं तो जान ले ये जरूरी नियम. वरना हो सकती है बड़ी परेशानी. मिल सकता है नोटिस

कई लोगों के रिश्तेदार या घरवाले विदेश में रहते हैं. इस वजह से उन्हें कई बार विदेश में पैसे भी भेजने होते हैं, लेकिन उन्हें बाहर पैसे भेजने के टैक्स के बारे में जानकारी नहीं होती है. अगर आपको भी बाहर पैसा भेजना है तो आपको नियम ध्यान रखना आवश्यक होता है. ऐसे में आज हम आपको बताते हैं कि विदेश पैसे भेजने के क्या नियम हैं और आप किस तरह से पैसे भेज सकते हैं.

कई बार लोगों को ये भी दिक्कत होती है कि विदेश में आपको भारतीय मुद्रा के हिसाब से पैसा भेजना होगा या फिर आपको विदेशी मुद्रा के हिसाब से पैसे देने होंगे. बता दें कि अगर एनआरआई आपको पैसे भेजते हैं तो कोई दिक्कत नहीं होती है, लेकिन अगर आप पैसे भेज रहे हैं तो कई नियमों को पालन करना होता है.विदेशी मुद्रा में पैसा कैसे बनाया जाता है?

गिफ्ट डीड भी बनवा लें

अगर आप बाहर पैसे भेजते हैं तो आपको दिक्कत हो सकती है. आपको NRE अकाउंट में विदेशी करेंसी रख सकते हैं. अपनी बचत से बेटे को पैसा भेजने पर भी टैक्स नियम है.

ऐसे में भी आपको 15CA और 15CB भरना होता है. अगर आप यह पैसा गिफ्ट कर रहे हैं तो आपको एक गिफ्ट डीड भी देनी होती है, इससे भविष्य में जांच से बचा सकता है और आपको कोई दिक्कत नहीं होती है.

कितना लगता है टैक्स?

देश से बाहर 7 लाख रुपये से ज्यादा पैसा भेजने पर TCS काटा जाएगा. अगर आप 7 लाख रुपये से ज्यादा भेज रहे हैं तो आपसे 5 फीसदी तक टीसीएस लगता है.

यह कुछ दिन में आपके अकाउंट में दिखेगा और आप इसे टैक्स एडजस्टमेंट के रूप में काम ले सकता है और आप इसका रिफंड भी ले सकते हैं.

आप ढ़ाई लाख अमेरिकी डॉलर रुपये तक पैसे आसानी से ट्रांसफर कर सकते हैं और अगर इससे ज्यादा पैसे भेजने हैं तो आपको आरबीआई से इजाजत लेनी होती है.

कितना लगेगा चार्ज

फॉरेक्‍स कार्ड बनवाने से पहले लोगों को इसके चार्जेज के बारे में जान लेना चाहिए। कार्ड जारी करने, मुद्रा लोड करने या टॉप अप करने, एटीएम से निकासी, बैलेंस पूछताछ, सुविधा शुल्क इत्यादि के संबंध में कार्ड पर किए गए लेनदेन पर लगाए गए शुल्क की जांच करनी चाहिए। यह चार्ज बैंक या कंपनी की ओर से अलग-अलग लगाया जाता है।

इस कार्ड के तहत कंपनी या बैंक यात्री पर बीमा भी प्रदान करती है। एक फॉरेक्‍स कोर्ड के तहत कई विदेशी मु्द्रा रखी जाती है। फॉरेक्‍स कार्ड की समय सीमा 5 साल के लिए होती है। इस कार्ड को 60 दिनों के अंदर प्राप्‍त किया जा सकता है। अगर विदेश यात्रा के दौरान धन का उपयोग नहीं किया गया है, तो इसे भारत आने की तारीख से 180 दिनों के भीतर बैंक को वापस करना होगा।

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